खद्दर ने फिर से कोई खेल खेला है
आज फिर से ख़ाकी लाल हुई है ।।-
हाँ में जवान हूँ ,
देश गी सरहद को नी
में जवान
देश म्हे सेहर के बजार को ,
में जवान
देश म्हे हर सुन-सान मोड़ को ,
में जवान
देश गी हर खच्चा खच्च भरी भीड़ को ,
में जवान
देश गी हर एक बेन कि सुरक्षा को ,
में जवान
राह चाळ्ता राही के
हर एक कदम को ,
में देश कि सरहद पर तौ नी जा सक्यौ ,
पर
म्हारे मन अंतस म्हे
देश तांय जान निछावर कर द्यु
आ सोच राख्यो ,
हाँ में जवान हूँ ,
देश री सरहद रौ नी
में जवान
देश री गळीया रौ ।-
पाकिस्तान पर १००० बम वायु सेना ने गिराए है अर्थात सेना नें...
राजनैतिक दलों ने नहीं..
इसलिए
🚩 """जय हिंद""🚩
😎-
जिस देश के गांव-गांव से जवान सेना में जाना चाहते है।
उस देश का दुशमन, कुछ नही उखाड़ सकता है।-
गिरती हुई अना-ए-हिन्द को यार जकड़ लो
फिर एक बार हुक्मरानों की गर्दन पकड़ लो
क्यों बिक रहा है वतन मिट्टी के मोल यूँ
आओ चलो ये सियासती व्यापार पकड़ लो
शर्मसार हो क्यों ये ज़मीं चंद शोहदों के लिये
इन मज़हबी खेलों के सब किरदार पकड़ लो
क्यों चूसते हो तुम लहु, इन बेगुनाहों का
है माद्दा तो मुल्क के गद्दार पकड़ लो
चाहो अगर जो तुम, ये सूरत-ए-हाल बदलना
छोड़ो कलम, अब तुम भी तलवार पकड़ लो-
ऐ मेरे चाँद तुम अरमान सजाये रखना।
आऊंगा जरूर मैं फूल खिलाये रखना।।
हिमालय के चंदन में खुशबू कुछ और है।
मैं सांपो से लिपटा हूँ तुम महक बनाये रखना।।
माँ को अकेला कैसे छोड़ दू पलभर भी।
ख्वाब बनकर आऊंगाा सपने सजाये रखना।।
यहाँ तेरा चाँद सुरज बनकर चमक रहा।
कितना भी हो अंधेरा चमक बनाये रखना।।-
तलाश-ए-मंज़िल में हम निकलें
इमामबाड़े पर आकर हम बिफरे
उसने कहा मस्जिद में मेरा है ख़ुदा
हमने भी कहा क्या वो हमसे है जुदा
चल मस्जिद में भगवान बुलाती हूँ
तुझे आज मैं करामात सिखाती हूँ
मंदिर-मस्जिद की बात मत कर
चल वर्दीधारी भगवान दिखाती हूँ-
वह दिन भी करीब आ गया
जिस दिन हमारे देश के पढ़े-लिखे युवा
वैलेंटाइन डे मनाएंगे, और
हमारे देश के वीर शहीदों के घर
उनकी बरसी मनाई जाएगी.....-