मानव का समय बदलता है, जिन्दगी बदलती है।बस बदल नही सकता।लोगो के द्वारा बोले शब्द -
मानव का समय बदलता है, जिन्दगी बदलती है।बस बदल नही सकता।लोगो के द्वारा बोले शब्द
-
लोग बदलते, समय बदलता है।बदलती है।लोगो की फितरत। -
लोग बदलते, समय बदलता है।बदलती है।लोगो की फितरत।
सही कहाँ था। भगवान अपने प्रिय भक्तों को वह देता है।जो उनके लिए पुरी जिन्दगी उनके लिए सही रहे।घटिया लोगों से वह उन्हें बचा देता है। -
सही कहाँ था। भगवान अपने प्रिय भक्तों को वह देता है।जो उनके लिए पुरी जिन्दगी उनके लिए सही रहे।घटिया लोगों से वह उन्हें बचा देता है।
प्यार होना, प्रेमी का प्रेमिका के साथ जीवन भर खुश रहना।रूपये,पैसा,घर,दौलत इनका खुश रहने जरा भी संबध नही है। -
प्यार होना, प्रेमी का प्रेमिका के साथ जीवन भर खुश रहना।रूपये,पैसा,घर,दौलत इनका खुश रहने जरा भी संबध नही है।
अदालतों में दोषी को सजा दिलाने के लिए सबूत गवाहों वकिल दलिल की जरूरत होती है।लेकिन शिव जी माता रानी के दरबार में दोषी का दोषी होना जरूरी होता है।कभी सही इंसान के साथ गलत नही होने देगे। -
अदालतों में दोषी को सजा दिलाने के लिए सबूत गवाहों वकिल दलिल की जरूरत होती है।लेकिन शिव जी माता रानी के दरबार में दोषी का दोषी होना जरूरी होता है।कभी सही इंसान के साथ गलत नही होने देगे।
सोच-सोच की बात है।घटिया लोगों को घटिया लोग ही पसन्द आते है। -
सोच-सोच की बात है।घटिया लोगों को घटिया लोग ही पसन्द आते है।
किसी ने स्वाल किया। तुम भगवान से क्या मागते हो।जवाब:- भगवान भुत वर्तमान भविष्य सब जानते हो।आप वो देना मुझे जो सारी जिन्दगी मेरे लिए सही रहे।वही देना जो मरते दम तक सही हो मेरे लिएजय शिव शक्ति -
किसी ने स्वाल किया। तुम भगवान से क्या मागते हो।जवाब:- भगवान भुत वर्तमान भविष्य सब जानते हो।आप वो देना मुझे जो सारी जिन्दगी मेरे लिए सही रहे।वही देना जो मरते दम तक सही हो मेरे लिएजय शिव शक्ति
अब जैसी दुनिया वैसे हम -
अब जैसी दुनिया वैसे हम
हाँ, समय लगा दुनियाँ को समझने में,अपने जैसा समझता रहा सबको।कुछ साल खराब किए। अपने सपने छोड़े गैरो के लिए,हाँ समय खराब किया।मर तो नही गया। अभी- भी संभाल लेगे।पर अब जो करेगे। अगर घुटनों पर ना ला दिया। तो छोड़ेगे नही। -
हाँ, समय लगा दुनियाँ को समझने में,अपने जैसा समझता रहा सबको।कुछ साल खराब किए। अपने सपने छोड़े गैरो के लिए,हाँ समय खराब किया।मर तो नही गया। अभी- भी संभाल लेगे।पर अब जो करेगे। अगर घुटनों पर ना ला दिया। तो छोड़ेगे नही।
अब मै देखना चाहता हूँ। समझना चाहता हूँ।इस दुनियाँ को शान्ती से परखाना है।मेरे सोच के हिसाब से कितने अलग है। -
अब मै देखना चाहता हूँ। समझना चाहता हूँ।इस दुनियाँ को शान्ती से परखाना है।मेरे सोच के हिसाब से कितने अलग है।