सच्चा शोधकर्ता, एक वास्तविक सृजनशील मनुष्य तुलना नही करता, वह बस क्रियाशील होता है, जीता है, वह ऐसा नही कहता कि मुझे एडीसन या राम जैसा श्रेष्ठ होना है; वह कार्य करता है और जीता है।
संक्रांति या पोंगल , वसंत ऋतु की ओर धरती माता का पहला कदम है ! मेरी कामना है कि आप भी एक नये वसंत में पहला कदम ले ! जैसे पेड़ अपने पुराने पत्ते गिरा देते है , आप भी अपने भीतर के पुराने बोझ को गिरा दे ओर एक ताजा जीवन बन जाय !
खुशहाली की खोज में , हमने इस धरती पर हर तरह की नासमझी भरी चीजें की है लेकिन खुशहाली नही आई है । अगर आप खुशहाली चाहते है तो अपने भीतर झांकना ही एकमात्र तरीका है ।