तर्जुमानी/ترجمانی
Translation/अनुवाद-
क्या खूब समझा लोगो ने के जिस्म से मैं औरत हूँ,
अरे औरत का तर्जुमानी एक रूह एक इन्सा भी होता है।-
मुझ'में साँस बाकी नही तेरे इश्क़ की रवानी है
पैरहन मेरा मोहब्बत तेरी और तू मेरा तर्जुमानी है-
मौन से मौन की तर्ज पर हो बयां
तर्जुमानी रवानी लहर इश्क की
मौन कहता रहे मौन सुनता रहे
यूँअदा हो कहर वफ़ा इश्क की
🌟Meenakshi Sharma🌟
-
मेरे मन के भावों की तर्जुमार्नी कर दे
तो अपना उस्ताद मान लेंगे तुम्हें-
हुनर सुख़न-वर सा कहाँ किसी में यहाँ तर्जुमानी का,
अपने हर्फ से गढ़ देता एक नया किरदार कहानी का।-
ज़ीस्त की राहों पे चलते-चलते रवानी आ गई....
लिखते रहे तहरीर उम्र भर तर्जुमानी आ गई !-
मुझे पढ़कर वो मेरी तर्जुमानी कर रहा है,
आज फ़िर से वो मुझपर मेहरबानी कर रहा है,,
मेरी हसरत है मुझे अब तो वो समझ जाए,
बहुत अरसे से वो मेरी कहानी पढ़ रहा है,,
-
बिना पढ़े वह मेरी तजुर्मानी कर रहा है
वह मुझ पर मेहरबानी पर मेहरबानी कर रहा है
मेरी हसरत थी वह मुझे समझे हर पल हर वक्त
अब वह मुझे समझ कर भी नासमझी कर रहा है-
ग़ज़ल कहने का सबका अपना-अपना ढंग होता है
कि दिल की तर्जुमानी ही हमारा रंग होता है।
है शामें ज़िन्दगी, यादों की महफ़िल और तन्हाई
लरज़ती शम्माँ के जलने का अपना ढंग होता है।
कहीं फ़ुटपाथ पर मरते हैं सर्दी में ख़ुदा बन्दे
कहीं पर पास ही में मज़हबी सत्संग होता है।
ताअज्जुब शेख़ जी की मयकशी पर किसलिए तुमको
कि उनकी फ़ितरतों में एक ये भी रंग होता है।
गुज़श्ता दौर की भी महफ़िलें देखी 'तलब' हमने
मगर अब महफ़िलों का बस सियासी रंग होता है।-