Rakesh Chawla   (© 'तलब'...🤔)
2.4k Followers · 810 Following

read more
Joined 22 January 2019


read more
Joined 22 January 2019
17 HOURS AGO

बनाकर सिरमौर सजाया है उसने

-


15 JUL AT 21:53

इश्क़ में हसीं अनबन भी हो जाना ज़रूरी है,
मगर वो रूठना- मनाना, ख़ुद मान जाना भी ज़रूरी है
हमेशा जीत के ही हम इश्क़ में नहीं कायल -
कभी थोड़ा सा ख़ुद को हार जाना भी ज़रूरी है।

-


14 JUL AT 22:38

निस्वार्थ भावनात्मक स्नेह, मातृत्व और ममत्व के संगम की त्रिवेणी !

-


9 JUL AT 22:24

हवायें सर्द हैं मौसम घुटा घुटा क्यों है
हर आदमी ख़ुद से ख़फ़ा ख़फ़ा क्यों है

है उनका दावा अब हर तरफ़ ख़ुशहाली
तमाम क़ाफ़िला लेकिन लुटा लुटा क्यों है

हर एक शख़्स तो ज़ाहिर में एक लगता है
मगर वो ख़ुद के ही अंदर बटा बटा क्यों है

किताब-ए-जिंदगी कोई पढ़े तो कैसे पढ़े
कहीं लिखा कहीं कुछ मिटा मिटा क्यों है

ये बात तुम को कभी वक़्त ही बतायेगा
'तलब' सब में रहकर भी जुदा जुदा क्यों है

-


5 JUL AT 21:55

मय्यत को कांधा देने का जज़्बा नहीं रहा
रस्मन ही दो लफ़्ज़ कहे और खिसक गये

-


30 JUN AT 23:24

रस्म-ए-आम है मयस्सर उजालों को तो चरागाँ
वक़्त की माँग है मुफ़लिस का हो चिराग़ फ़रोजाँ

-


26 JUN AT 19:03

नहीं कुछ वक़्त लगता सात फेरों के तवाफ़ में
सफ़र में हमसफ़र बनने में ही वक़्त लगता है

-


25 JUN AT 23:51

यह शरफ़ फूल को ही हासिल है
वरना हंसता है कौन ख़ारों में

( शरफ़ = सम्मान, महानता )

-


24 JUN AT 22:22

अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि 😭 गौरव बेटा
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
// अनुशीर्षक में पढ़े

हमारे बाद हर एक आँख में नमी होगी,
ज़रूर आपको महसूस कुछ कमी होगी,
हवायें इसको बुझा देंगी एक दिन लेकिन -
यही चिराग़ जलेगा तो रोशनी होगी।

-


24 JUN AT 16:28

प्रियतम देखो तो प्यार हमारा रंग लाया है
नन्हा शिशु जीवन में ढेरों खुशियाँ लाया है

-


Fetching Rakesh Chawla Quotes