Meenakshi Sharma  
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Joined 24 October 2020


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Joined 24 October 2020
16 APR AT 22:21

ये स्याही भी कितनी
अजीब है ना
कहीं कितना कुछ लिख जाती है
तो
कहीं कितनी मेहनत से
लिखे हुए को भी दाग दाग
कर जाती है...........
Meenakshi Sharma ✍️

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8 MAR AT 23:21

मैं प्यास बन जाऊं
रूह तेरी हो मैं बस
तेरी सांस बन जाऊं
राहगीर तू डगर का
मैं तेरी सरेराह बन जाऊं
Meenakshi Sharma 🌟

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30 MAY 2023 AT 9:47

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🌟Meenakshi Sharma🌟

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30 MAY 2023 AT 7:40

तुम इजाजत दो तो तुम्हारे लबों की
भीनी सी तरन्नुम बन जाऊं, ता -उम्र
ठहरूँ वहाँ और शब्द गुनगुनाऊँ.......
🌟Meenakshi Sharma 🌟

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23 MAY 2023 AT 14:49

तेरी संगत के संग से देख मेरी रूह की रंगत
किस कदर महक रही है मानो हल्दी, मेंहदी,
बिंदियां, बिछिया और सुहाग का साजो श्रृंगार
खुद ब खुद आकर मुझे इत्र की माफिक
महका रहा हो........😊 और
इस नूर रहित बदन की मिट्टी में किसी ने
मानो अनगिनत रंगो के ब्रश से पोता
फेर दिया हो...... जो सतरंगी रंगो से
चमक रहा हैं........
और मन का मयूरा मानों चहक
रहा है एक दैवीय मिलन की उन्मुक्त
अनुकम्पा लिए, जिसकी न जानें
कितने जन्मों से आस की ज्योति
पल पल मेरे ह्रदय को धड़का
रही थी स्वर ताल लिए.........
🌟Meenakshi Sharma 🌟

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14 MAY 2023 AT 17:08

किसी की परवरिश करनें में
समय लगता है वह चाहे मकान हो,
आचार विचार हो चरित्र हो या फिर
संतान क्योंकि ध्यान रहे पल में केवल
प्रलय/ अन्त ही हो सकता है आरम्भ नहीं,,,,
एक सुयोग्य विकाश .........!.
हमेशा ही .........समय मांगता है.......
मां केवल एक दिन ही परवरिश नहीं करती
वह हर लम्हा, हर दिन, हर महीने, हर साल
अपनी संतान का रखती है दिल से खयाल
दुनिया में लाने से भी पहले वह तुम्हे जानती है
पल पल अपनी रक्त बूंद से तुम्हे
सहेजती संवारती है........❣️
ये मां है हर लम्हा तुम्हें थामती है 💕😘😍

🌟Meenakshi Sharma 🌟

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14 MAY 2023 AT 0:13

आ.. चल ममता की परतें खोलें
होठ बंद बस नैना बोलें
मां का आँचल बना आसमां
बन जुगनू हम इत उत डोलें

🌟Meenakshi Sharma🌟

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8 MAY 2023 AT 22:20

हक के हकदार होने के लिए

हुनर के हर्फ गढ़ने होते हैं,,,,,,

🌟 Meenakshi Sharma 🌟

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8 MAY 2023 AT 21:33

तुम्हारे चाहने भर से क्या...?.
दिल में चाहत "भर" जायेगी
या इस चाहत की चाह में....
जीने की भी चाह जायेगी......
🌟Meennakshi sharma 🌟

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20 APR 2023 AT 15:30

ये रूप रंग की चांदनी, बस चार दिन चलेगी
आत्म कर्म ध्यान दो, जो संग हर जन्म चलेगी
🌟Meenakshi Sharma🌟

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