जज़्बात हिंदी,
तो बात हिंदी में शर्म कैसी !!-
कहने को तो हिंदी है हमारी मातृ भाषा,
पर यह लिखते हुए हो रही हमे घोर निराशा,
कि होकर हिंदीवासी, हमे आती है शर्म,
खुदको ये कहते हुए की हैं हम हिंदीभाषी,
दे रहें हजारों लोग आज हिंदी दिवस की बधाई,
पर हैरान हूं मै देखकर कुछ लोगों की लिखाई,
की कर ली है हमारे युवाओं ने इतनी पढ़ाई,
पर फिर भी उन्हें हिंदी भाषा अब तक लिखनी न अाई,
लगेगी कुछ लोगों को हमारी बात बुरी,
पर ये बात 100 प्रतिशत है सही,
कि कुछ लोगों को हिंदी भी लिखना आता नहीं,
पर इसमें हम युवाओं का भी क्या दोष है,
जब हर तरफ फैला अंग्रेजी का जोश है,
मांग हो रही हर नौकरी में अंग्रेजी वालों की,
नहीं जरूरत उन्हें, हम हिंदी रखवालों की,
गर्व है मुझे अपनी मातृभाषा पर,
गर्व है मुझे अपनी हिंदी को और,
समझने कि अभिलाषा पर,
समझना चाहिए हमे हिंदी नहीं मात्र एक भाषा,
यह है हमारे देश की मातृभाषा....
जय हिन्द जय भारत🇮🇳🇮🇳
-Jyothi Sahu
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आज वो भी हिन्दी पर ज्ञान पेल रहे हैं,
जो हिन्दी में 'कुत्ता' सुन, काटने दौड़ते हैं
इंग्लिश में 'यू डॉगी' सुन, इतराकर जीभ निकालते हैं
जो हिन्दी में 'बच्चा' सुन, भड़कते हैं
इंग्लिश में 'माय बेबी' सुन, शर्माते हैं
जो हिन्दी में 'पागल' सुन, भड़कते हैं
इंग्लिश में 'यू आर मैड/क्रेजी', सुन खुश होते हैं
जो हिन्दी में 'पिताजी' बोलने से, हिचकिचाते हैं
इंग्लिश में 'यो पोप्स' कहकर, इतराते हैं
जो हिंदी में 'भाई' सुन, पिछड़ा समझते हैं
इंग्लिश में 'हेय ब्रो' कहने पर, हाथ हिलाते हैं
जो अच्छी भली 'दीदी' को, 'दीदा' बुलाते हैं
जो हिन्दी में बोलने वाले को, 'लो क्लास' समझते हैं
टूटी-फूटी इंग्लिश वाले को भी, 'स्वेग सैलूट' देते जाते हैं
जो साल भर किसी का मज़ाक बनाने को, 'हिन्दी करना' कहते हैं
वो भी देखो आज हिन्दी का, बाल्टी भर-भरकर ज्ञान देते हैं
अच्छा सुनो! हिन्दी दिवस की शुभकामनायें
- साकेत गर्ग 'सागा'-
कतई पसंद नहीं हैं हमें
हिंदी दिवस की बधाई
अंग्रेज़ी में देने वाले .!-
प्रगति और उत्थान तो प्यारी हिंदी से होगा
भारत का कल्याण हमारी हिंदी से होगा
हिंदी भाषा सरस, सरल ,जन जन हितकारी है
हिन्दू ,मुस्लिम ,सिख ,ईसाई सबको प्यारी है
संस्कृति का सम्मान दुलारी हिंदी से होगा
तुलसी, सूर ,कबीर सभी ने प्यार दिया इसको
दिनकर और महादेवी ने अधिकार दिया इसको
जन गण मन जयगान प्यारी हिंदी से होगा
भारत का कल्याण हमारी हिंदी से होगा
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इंग्लिश में चाहे कितना भी गिटपिट करते है
पर दिल के अहसास तो हिंदी में ही आते है...!
आप सभी को विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाए🙏-
सरल सी सहज सी
मिट्टी की महक सी
चढ़ जाती है ज़ुबां पर जब
खिल जाती है तब बसंत सी
एकता और गौरव की निशानी है हिंदी
हमारे संस्कार हमारी संस्कृति है हिंदी
स्वर और व्यंजनों की खान है हिंदी
हम हिंदुस्तानियों की शान है हिंदी
मिली है हमें किसी धरोहर स्वरूप
वो आशीष है वो आभार है हिंदी
सुमधुर कोमल अथाह भाव है हिंदी
मात्र-भाषा नहीं मातृभाषा है हिंदी!!-
भारत वर्ष के ललाट पर सुशोभित होती बिंदी..
हम हिन्द देश के वासी...हमारी बोली हिंदी...-
संस्कृत की प्यारी बिटिया, अनंत गुणों की खान,
संस्कृति से परिपूर्ण करे यह भारत का अभिमान-