QUOTES ON #स्वच्छ_भारत

#स्वच्छ_भारत quotes

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28 FEB 2019 AT 11:11

चाय जितना गर्म ही शायद नसों में रक्त था आज, हो भी क्यों ना एक तो 22-23 साल की युवा आयु ऊपर से देश मे "पुलवामा घटना" पर उबलती "राष्ट्र भक्ति"!
महानगर में सड़क किनारे बने एक कैफ़े में चाय पीते हुए वो टेलीविजन पर चल रही इस आतंकी घटना पर बराबर नज़र बनाये हुए था, बीच बीच मे अपने साथियों को विश्लेषण और नसीहतें भी ठीक ठाक ही दे रहा था। अचानक घड़ी ने कॉलेज के समय का इशारा किया।
"नैपकिन से मुँह पौंछकर, सड़क पर फेंकते हुए" वो बोला,
"अगर मुझे मौका मिला तो मैं जरूर देश हित मे कुछ करूँगा"....

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17 SEP 2017 AT 21:57



HAPPY BIRTHDAY
SIR

आओ चलो साथ चलें
कदम से कदम मिलाएँ
स्वच्छ-भारत का सपना पूरा करें !!
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9 FEB 2019 AT 19:59

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17 SEP 2017 AT 14:12

स्वच्छता सिर्फ तन की नहीं मन की भी जरुरी है
हो जायेगी धरा भी स्वच्छ मानसिकता बदलना जरूरी है
सह लेंगे हम धरा की गन्दगी क्या हो जायेगा इससे?
कैसे सहेंगे उनको जिनकी चरित्र ही गन्दी है?
हर जगह स्वच्छता हो सब ने यही बतलाया
किसी ने ये नहीं कहा खुद को बदलना जरूरी है..!!

Date:- 17 सितम्बर 2017©

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2 OCT 2019 AT 19:49

🙈🙉🙊राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर उन्हें शत शत नमन। 🙏🙏🇮🇳
बापू ने न सिर्फ स्वाधीनता संग्राम का नेतृत्व किया था, बल्कि पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा का संदेश दिया था।
भारत राष्ट्र के पिता महात्मा_गांधीजी को कृतज्ञता के साथ याद करता है।
मिलकर करें अपने राष्ट्रपिता के स्वच्छ भारत के सपनों को साकार ।🙏

#स्वच्छता_ही_सेवा_है।।🇮🇳🇮🇳

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9 JUL 2019 AT 15:51

Clean India
स्वच्छ भारत अभीयान
गांधीबापू ने बोला था की भारत स्वच्छ बनाओ
ऊठो हाथ मे जाडु लेकर कचरा अभी हटाओ।
कुछ ने बात सुनी बापु की कुछ ने बात उडाई।
और समय के साथ सफाई रह गई हवा हवाई।
रहे बीते बरस दर बरस कूडा कचरा फेला।
होता रहा देश का हर दिन कतरा कतरा मेला।
सरकारो की आंख बन्ध थी था समाज बी सोया।
पता नही चल पाया हमको हमने क्या क्या खोया।
गन्दी नदिया गंदे नाले गंदे सडक किनारे।
रिश्ते नाते मेंले कुचले टुटे भाई चारे।
बिमारी ने दस्तक देकर घर घर हमे रुलाया।
सिर पर चढकर लगा बोलने बिमारी का साया।
तभी हवा का ठंडा जोका एक ऑर से आया
भारत स्वच्छ करेंगे उसने नारा एक लगाया।
जाडु अपने लिए हाथमें करदी शुरु सफाई।
देने लगे प्रेरणा सबको जाडु उन्हे थमाई।
एक नया व्रत एक नया प्रण सबको अब लेना हे।
भारत स्वच्छ बनाकर ही अब हमको दम लेना हे।
ये कविता कवी श्री प्रभु दयालश्रीवास्तव की लिखी हुई है।
जो मेरे बेटे हेत ने हिन्दी दिवस के दीन काव्य पठन कि थी।
तब वो फ़र्स्ट standard मे था।

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17 SEP 2017 AT 17:41

हिम्मत की किसी ने,विश्व पटल पर जाकर,
कमियाँ गिनाई,स्वच्छता का सबक पढ़ाकर,
फैलती है गंदगी तो फैलती हैं कई बीमारी,
कभी कभी ले सकती है ये एक रूप महामारी,
स्वच्छ समाज स्वच्छ वातावरण लाता खुशहाली,
देश की उन्नति तभी है जब स्वस्थ हो किलकारी,
आओ सब मिलकर इस देश को स्वच्छ बनाएँ,
बड़े स्वच्छ देशों की पंक्ति में अग्रिम स्थान पाएँ।

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लोग कचरा अपने घरों से
तो बाहर निकाल देते हैं,
अपने दिमाग़ से निकाले तब
भारत "स्वच्छ भारत" बने!!

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कोटि कोटि कंठों से ,
गुंजित हो भारत में यह गान ।
स्वच्छ रहे , समृद्ध रहे ,
हमारा प्यारा हिंदुस्तान ।

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आप सभी से अनुरोध है कि आप अपने विचार स्वच्छ भारत पर प्रस्तुत करे आप अपनी कविताएं और शेर शायरी भी मुझे बताये।😊

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