वो कौन था सूरज सा जो अब तक न बुझा
वो जुगनू कैसा था जो अनवरत जलता रहा
बुझा जो अब तक नहीं अटल वो प्रकाश है
चाँद सूरज वही वही देख आकाश है।।
काल के कपाल पर जिसने कोई गीत लिखा
नहीं मानी हार जिसने जीत को हासिल किया
अटल सत्य है वही वह अटल सत्यवान है
"अटल" तू "महान" था अटल तू महान है।
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ऋषभ दीपा चोलकर
(ऋषभ चोलकर)
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कोरा हूँ मैं,कोरा ही रहने दो।
कुछ लिख दूँ जो खुद पर,
तो सब को दर्द दे जाऊंगा!
खैर ये इत्तिला ... read more
कुछ लिख दूँ जो खुद पर,
तो सब को दर्द दे जाऊंगा!
खैर ये इत्तिला ... read more
Joined 21 March 2017
16 AUG 2018 AT 23:31
20 JUN 2017 AT 0:27
इन शरमाती आंखो से आज इजहार में करती हूं।
अब तो जाने जां में भी तुमसे प्यार बहुत करती हूँ।
❤❤❤👩❤👨❤❤❤-
18 JUN 2017 AT 22:15
Finally is ramzan par to pakistan ke tv ki dua bhi kabul ho gai. Akhir photne se jo bach gaye.😝😜😂
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27 APR 2017 AT 10:26
ये हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई यह सब छलावा है।
प्यार मोहब्बत इंसानियत ही बस धर्म हमारा है।-
25 APR 2017 AT 23:21
मेरी प्रिये
तू शब की तरह चांदनी में घुली हुई है
तू सुबह के आफताब की तरह रोशन है।
तू फूलो की महक की तरह फैलती है।
तू ग्रीष्म की सुबह की ठंडी हवा है।
और एक तू ही मेरे जीने की दवा है।
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4 DEC 2018 AT 23:41
मिरे यार तू भी नहीं मिल पायेगा जनवरी से
मैं भी देखना दिसंबर में तमाम हो जाऊँगा।-
7 SEP 2018 AT 12:56
यूँ दीवानों को दीवाना कहना कहाँ तक मुनासिब है
ऐसा करो तुम हमको पागल कहा करो ।
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