सुना है उसकी बेवफ़ाई को शाही घरबार मिला
मेरे जज़्बातों के नसीब को तो यतीमखाना ही मिला-
17 SEP 2018 AT 20:16
28 OCT 2023 AT 16:56
शाही धार है तलवारों में, आओ शीशों से मिलाए तुम्हें
टुकड़ों में बटे नए जश्न में, एक टुकड़ा मातम दोगे क्या?
भीगे कांच के कफ्तान में सारा जहां लूटा देंगे, वादा
ताज रखके गिरवी, बदले में शहंशाह ए आलम दोगे क्या?-
14 JAN 2020 AT 16:18
आँखों मे आँखें डाल , बैठ आसन में ...........
आँखों में तेरे डुबकी मार ,ले लूँ तुम्हें आलिंगन में ,
बन जाए मेरा वही इस सत्र का प्रथम शाहीस्नान !!-
27 MAR 2017 AT 9:26
पुराने काग़ज़ों में लगी इश़्क की स्याही
अक्सर दर्द नया देती है
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5 APR 2018 AT 21:35
मेरी रंगत से रंगी हुई
दिल की दीवारें शाही लिखेगा..❗
मेरी आँखों के काजल को
अपनी कलम की स्याही लिखेगा..❗❗-
15 OCT 2019 AT 22:13
फिर एक बार तबाही होगी,
हम दोनों की मुलाकात शाही होगी...
अगर हम साथ भी न चले एक दूसरे के,
तोह भी हमारे साथ एक-दुसरेकी परछाई होगी...-
13 SEP 2020 AT 10:36
एक ओळख आहे फक्त
ना कधी बोलणं,ना भेटणं
एका कोऱ्या कागदाला जसं
पेनानं शब्द शब्द भिजून टाकणं !-