बहाकर आंसू इन आंखों को दरिया बनाया जा रहा है॥
मुझसे दूर जाने का क्या खूब जरिया बनाया जा रहा है॥
बदल गई है बाते उनकी और बदल गए है इरादे उनके!
वाह मुझसे दूर जाने का प्लान बढ़िया बनाया जा रहा है॥-
मुझसे दूर जाने का,
निर्णय तो उसी ने लिया था ,
कि मै खामोश रहा,
मेरा गुनाह बस इतना था!!
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कि एक पल में उसे भूल जाए कि,
कि उसे गुजरी हुई इक सदी कर दे॥
मुहब्बत करे, फिर उसका दिल तोड़े,
उसकी चाहतों की खुदकुशी कर दे॥
ये आज कल के दिल फेक आशिक है मियां,
इक नजर मिल जाए तो जग हसी कर दे॥
जो कुछ पल की सोहबत से खुशनशी कर दें,
फिर अगले ही पल मुहब्बत की खुदकुशी कर दे!
ये उन मनचले आशिकों का दौर है साहब जो पहले,
मुहब्बत करके फिर उस की जग हसी कर दे॥-
करना है तो कर ले सितम वरना कल तू भी पछताएगा,
ये समय का, चलता पहिया है क्या तू इसे रोक पाएगा॥
माना मैं मजबूर हूं मैं खामोश हूं पर मेरा खुदा जानता है ,
मेरे साथ क्या अच्छा होगा क्या बुरा ये मेरा वक्त बतायेगा॥-
💥 पितृ दिवस💥
पिता बच्चो की आस है ।
पिता जेठ की तपती
दोपहरी की प्यास है।
पिता बच्चो की खुशियों
का एक छोटा प्रयास है।
पिता है तो जीवन है
पिता ही जीवन का आधार है।
पिता बच्चो का प्यार है ।
पिता ही बच्चो का घर
पिता ही बच्चो का संसार है।
माता के चेहरे की मुस्कान है
उनकी मांग का श्रंगार है
बच्चे की गोदी का पालना है
पिता से जीवन में खुशियां
पिता से ही घर में अन्न का संचार है।
पिता मेरे बाबू की कंधे का सहारा
मेरी दादी की गोदी का दुलार है।
पिता ही तो घर की जान है
पिता से ही सारा जहान है
शायद इसीलिए हर पिता
भगवान से भी महान है।-
💢बेकसूर बांझन💢
जलाकर दीप घर में उनके
उनकी कुटिया भी रोशन कर दो ।।
भर दो रंग जीवन में उनके
उनकी दुनिया को भी गुलशन कर दो।
खाली हैं गोद अगर उसकी तो
उसमे उसकी क्या गलती
ताने जिसे हर रोज मिलते हैं ।
हे भगवान उसकी गोदी भर दे।
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कविता से ही कवि बना हूं ।
कविता में ही विलय होगा।
राग नहीं छीनी है किसी की।
मेरा खुद का लय होगा।
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उनके मा पापा की नजर में
मै लड़का लफ़्ंगा था।
पर सारी दुनिया की नजर में
लड़का सबसे चंगा था।
वो प्रेमी से हम बिस्तर होकर
भी शरीफ जादी थीं
और मै तो बदनाम था
कमबख्त उसकी गली में
क्योंकि मेरा उसके मनचले
प्रेमी से पंगा था।।-