विचित्र है प्रेम अपना,
जिसका कभी मिलन नहीं हो सकता
पर साथ अनंत तक चलेंगे.....
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बिल्कुल दो समानांतर रेखाओं की तरह......!-
9 JUL 2020 AT 21:01
14 MAY 2018 AT 19:56
तेरे चित्र में है कुछ विचित्र सा
साँसों में महक उठता कुछ इत्र सा...
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13 JUN 2020 AT 5:57
महफ़िल में गुफ्तगू की मांग,
पर बना गए मुंह विचित्र,
जो मन की चारदीवारी में कैद किए थे,
मेरा अल्हड़ - सा चित्र।-
11 MAR 2018 AT 15:16
सबके शौक पूरे हो जाते हैं, दुनिया के इस विचित्र रंगमंच पर
कुछ लोग जम कर विध्वंस मचाते हैं
कुछ को समाज सुधारने का मौका मिल जाता है।
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31 AUG 2020 AT 10:08
"रिश्ते"
कुछ रिश्ते भी बड़े विचित्र होते हैं,
ज़िन्दगी में वो बस चल - चित्र होते हैं!!
हर मुश्किल में साथ देने का वादा किया करते हैं,
फिर बड़ी ही चालाकी से मुंह मोड़ लिया करते हैं!!
-Bharti Gupta ✍️-
3 MAR 2019 AT 17:04
प्रेमपूर्वक बातें करना
और प्रेम में बातें करना
प्रेम से भरी हुई ये दोनों ही बातें बड़ी विचित्र है-
31 JUL 2022 AT 3:26
चित्त विचित्र होने लगा, तूने प्रेम भांग पिलाई रे.....
ना सुधबुध रहती अब मुझे, तूने चैन छीना हरजाई रे.....-