M K Yadav 19 JUN 2019 AT 16:39 (रुतबा)गुमनाम हूँ मैं बेनाम नहींलो आज से अपनी पहचान यहीएक शांत सुबह का साग़र हूँकल उठेगा जिसमें तूफ़ान कही।तू मुस्कुराले चाहे जितनामैं पसीनें से प्यास बुझाऊंगाबनेगा छाला मोती जिसदिनमैं उसदिन नायब कहलाऊंगा।हर सोच में मौज के रंग समायेहुए जन्म-जात से लोग परायेबादल से निकली रिमझिम बरखाआँख का पानी आँसू कहलाये।संगीत है साधक सारथी मन काअफवाहों में क्या रखा है?दिन ढलने पर ख़ामोशी सुननाकी कैसे हर सूर सजता है। - Jai Kumaar 27 DEC 2017 AT 20:54 Paid Content - the_RKB_2.0 8 SEP 2020 AT 11:09 _रुतबा_रुतबा-ए-हुस्न गज़ब था उनका और हम अंधे हो गए...वजूद सांभालाने से पहले ही...इश्क़ मे डूबकर गंदे हो गए....... - रद्दी काग़ज़ 26 SEP 2021 AT 13:29 रुतबा,ओहदा,काग़ज़ी टुकड़े,ये चीज़ें रद्दी है तमामएक तेरे न होने से मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लगता; - Madhur Gautam 29 APR 2020 AT 1:21 मान बदलते देखा मैने, वक़्त बदलते देखा है,,,।रोज प्यार से बतियाते, वो शख्स बदलते देखा है,,,।होठों की मुस्कान से लेकर, अश्क बदलते देखा है,,।क्या रुतबा,क्या बेईमानी मैने, तख्त बदलते देखा है,,,। - Niru ⚛️ 6 JUN 2020 AT 22:59 सुना है आज कल बड़ा ग़ुरूर रहता उनको अपने रुतबे अपनी खूबसूरती पर ।।मगर उन्हें ये कौन समझाए यारों....ये रुतबा ये खूबसरती उनकी सब उनपे लिखी मेरे लफ़्ज़ों का कमाल है ।। - Abdul hakim shaikh 30 JUN 2020 AT 19:03 गरीब होना ही गुनाह है जमाने मेशोहरत से ही रुतबा है जमाने मेझूठ फरेब का जो हुनर जानता हैउसकी ही कद्र है ईस जमाने मे - shivam maurya 29 JUL 2020 AT 14:23 रुतबा तो खाँमोशियों का होता है,अल्फ़ाज़ का क्या है साहब,,वो तो बदल जाते हैं,अक्सर हालात देखकर... - Subhash Kumawat 7 FEB 2021 AT 8:38 "मोहब्बत का रुतबा तुम क्या जानो जानम तुम्हारे सीने में दर्द है तो मेरी आंखों में भी इश्क़ है"। - Anjali Sethi 21 APR 2020 AT 1:52 ये कह के गयीकिसी ख़्वाहिश की उम्मीद में ना रहना !!मेरे रुतबे के आगे अधूरा हो जाए चाँद भी ना होगा पूरा ख़्वाब कभी ये याद रखना !!जिसे सौंप दोगे कोई मिलेगा ही नहींये ख़्यालों का मौसम मुझ तक है रहना !!मैं हूँ सुबह के हवाले पलकें खुलते हीतुम आँखों में कुछ सजाए ना रखना !! -