Madhur Gautam   (Dear-myself)
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Joined 15 December 2017


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20 SEP 2022 AT 10:41

तुम मेरी बनके तो दिखाती मेरी जान
भगवान कसम तुम्हारे लिए, तुम में विलय होजाता मैं

तुम मेरी बात मानके तो दिखाती मेरी जान
बात मुलाकात से ज्यादा होकर तुममय खो जाता मैं

तुमने भी क्या चुना, कुछ छूट देने के बदले रकीब का होजाना
तुम मुझे समझती तो माही, तुम्हारे लिए सब कुछ सह जाता मैं

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4 JUL 2022 AT 22:26

बस अगले मोड़ पर सुकून होगा,,
यहीं सोच कर में बढ़ता गया और वहीं आगया जहां से शुरू किया था,,।
कब तक चलना है जिंदगी,, कब सुकून की मंजिल मिलेगी😔

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25 JUN 2022 AT 9:53

The controversy about color of Love

1.ये लाल इश्क़
2.इश्क़ का रंग सफेद पिया
3.जाने रे जाने मन जाने है रंग,रंग गुलाबी है प्रीत रो
4.केसरिया तेरा इश्क़ है पिया

🤔 confused 😕

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12 JUN 2022 AT 2:37

🙏लाइक फॉलो भले ही ना करें परंतु जरूर पढ़े,,,plz

#ब्रेक_अप_जैसा_कुछ

मुझे ही क्यों समझना था,,,।
मुझे ही क्यों उसकी हर expectation को पूरा करना था,,,।

मुझे ही क्यों बार बार उसको call करना था,,,।
मुझे ही क्यों उसके 10male best -friends के लिए मरना था,,,।

मुझे ही क्यों किसी की भी गलती पर सुनाया जाता था,,,।
मुझे ही क्यों हर बार बात मान ने पर मजबूर किया जाता था,,,।

मुझे ही क्यों हर बार लड़ाई के डर से बात करने से डर लगता था,,,।
मुझे ही क्यों थकान में उस से बात करना असहज लगता था,,,।

मुझे ही क्यों वो बार बार डांटती थी,,,।
मुझे ही क्यों वो समझ नहीं पाती थी या नहीं चाहती थी,,,।

प्यार मैने सुकून के लिए किया था लड़ाई के लिए नहीं,,,
मुझे मुलायम बर्ताव पसंद था,कायदों की कड़ाई नहीं,,,

जब मैं उसकी जिंदगी में था तो कोई और क्यों आया था,,,
जिसने मेरा तांडव युक्त प्रेमसंसार चुराया था,,,

शब्दों के पीछे संवेग समझना स्वानुभूति सहित ही समझा जा सकता है,,,
कह दोगे समझ सकते हो लेकिन,ये केवल कहा जा सकता है,,,

मुझे ही क्यों दुःख,दर्द,पीड़ा यहां दिखाना पड़ रहा है,,,
क्यों ये दीवाना इतनी रात को आहें भर रहा है,,,
प्रेम एक तरफा था या दो तरफा,,,
अरसों बाद बरसों पुराना सवाल बहाने गढ़ रहा है,,,



आज़ाद होकर खुश हूं,पहले से ज्यादा😎(चश्मा नहीं हटाऊंगा)

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8 FEB 2022 AT 21:08

मैं उच्च कोटि का पॉलिश किया हुआ तल हूं,,
जिस पर जैसा भी व्यवहार,जिस मात्रा में आपतित होती है
मैं वैसा ही व्यवहार उसी मात्रा में परावर्तित भी करता हूं,,,

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3 FEB 2022 AT 22:23

जिम्मेदारी का जायका जब जान जाओगे जनाब,,
थकान थम जाएगी,,,हमेशा के लिए,,, ,,।।

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3 FEB 2022 AT 22:17

जिम्मेदारी ऐसी दवाई है,,,
एक बार पीने के बाद इंसान कभी थकता नहीं है,,,।

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13 JUN 2020 AT 15:10

no Gyms are opened...।
wine shops are opened...।

हमें चाहिए हैल्थी इंडिया,,,।
हमें मिलेगा बेवड़ा इंडिया,,,।

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20 JAN 2022 AT 3:04

उसके छोटे छोटे नरम होठ
बहुत बड़ी बड़ी कड़वी
बातें कर जाते हैं,,,,,,,,,,,,,,,,,।

हम low standard,
अपेक्षाएं पूरी न कर सकने वाले
मन मसोस कर रह जाते हैं,,,,,,।

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20 JAN 2022 AT 2:14

सब्र कर रहा हूँ ,
क्यूंकि भरोसा है महादेव पर।।

जो मेरा है देर से भले मिले,
मुझे मिलेगा जरूर पर,,,,,,,।।

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