यहाँ सजाएं-ए-कर्म
तो जरूर मिलती हैं।
किसी को वक़्त
से मिलती हैं तो
किसी को इंसान
से मिलती हैं।
किसी को संविधान
से मिलती है तो
किसी को भगवान
से मिलती हैं।
पर सजाएं-ए-कर्म
तो जरूर मिलती हैं
किसी को फाँसी
मिलती है
तो किसी को
माफ़ी मिलती हैं।
किसी को वैचारिक
मिलती है तो
किसी को व्यवहारिक
मिलती है, पर
यहाँ सजाएं-ए-कर्म
तो जरूर मिलती हैं-
M K Yadav (M K Yadav)
मैं एक कवि हूँ कविता में रस घोलता हूँ
लब्जों से कम शब्दों से ज्यादा बोलता हूँ।।
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वक़... read more
ग़म-ए-इंसान
हम हर शानो की शान है
ग़म तो केवल मेहमान है
हिम्मत की अलग पहचान है
हम तो सच्चे इंसान है।।
बादल है ये चलती पवन के
कब तक आखिर टिक पाएंगे
अपने जतन में यार तपन है
जिसे देख के दुश्मन शर्माएंगे।।
हम हर शानो की शान है
ग़म तो केवल मेहमान है।
दुख चाहे हम खुद को भुला दे
पलभर में ही नैन भीगा दे
आँखों को हम भी रुलाएंगे
पर ख़ुशी के आँशु आएंगे।।
हम हर शानो की शान है
ग़म तो केवल मेहमान है
हिम्मत की अलग पहचान है
हम तो सच्चे इंसान है।।-
पक्षियों की चहचाहट में
स्वरों का संगीतमय जहांन है
बल-खाकर लहराती पवन को देख
मुजे फिर से याद आया मेरा प्यारा गावँ हैं।
सूरज का पैग़ाम है ये सूरज का पैग़ाम है।।-
सूरज की ओर से दुनिया के लिए एक सुंदर सा पैग़ाम लिखें।
#सूरजकापैग़ाम #co... Show more
राजनीतिक अखाड़ा
गुजरा वक़्त जो याद करें
सामने रखकर अटल पुराण
सब को पी.म. गद्दी चाहिए
कैसे हो इनका कल्याण।।
ये स्वार्थ के भरे घड़े है
मतलब लेके साथ खड़े है
नहीं किसी का स्वच्छ ईमान
कैसे होगा जग निर्माण ।।
गुजरा वक़्त जो याद करें
सामने रखकर अटल पुराण।
कोई घमण्ड में चूर है
कर्म से वो भी मज़बूर है
दुश्मन मेरे राख़ समान
मैं अकेला इतना बलवान।।
सब को पी.म. गद्दी चाहिए
कैसे हो इनका कल्याण।।
भूली ग़लती आज सुधारे
चुनाव करेंगे किसान हमारे
प्रलोभन का ना कोई मान
धर्म-जात से बढ़कर ज्ञान
गुजरा वक़्त जो याद करें
सामने रखकर अटल पुराण
सब को पी.म. गद्दी चाहिए
कैसे हो इनका कल्याण।।-
गुजरा वक़्त जो याद करें
सामने रखकर अटल पुराण
सब को पी.म. गद्दी चाहि... Show more