मोहब्बत औकात में ही ठीक है गालिब l
के इश्क हर किसी के बस की बात नहीं ll-
• Just a simple 1 ...🙂
• Love 2 write Love ...❤
• believe in time ...⏳
मोहब्बत औकात में ही ठीक है गालिब l
के इश्क हर किसी के बस की बात नहीं ll-
_मदर्स डे_
तू लिखकर देख मगर..
कोशिश बेकार है गालिब
के वजूद मुकम्मल करने वाले
लफ्जों मे बयाँ नही होते...-
_गुज़ारीश_
खुदा से गुज़ारीश है..
के तू खुश रहे, आबाद रहे...
मै जिन्दा राहू ना राहू,
मेरी दूवाएँ तेरे साथ रहे....-
_इश्क़_
गूरूर-ए-इश्क़ भी
अजीब है गालिब..
गुजरते वक़्त के साथ
बढते ही जाता है...-