तेरे बात ना करने से पल पल मर रहे हैं हम,बात करोगे कभी मेरी बेबसी पर तरस खाकर,,हर रोज़ यही सोचते है हम... -
तेरे बात ना करने से पल पल मर रहे हैं हम,बात करोगे कभी मेरी बेबसी पर तरस खाकर,,हर रोज़ यही सोचते है हम...
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इस जग में जितने जुल्म नहीं उतने सहने की ताकत है तानों के शोर में रहकर भी सच कहने की आदत है। -
इस जग में जितने जुल्म नहीं उतने सहने की ताकत है तानों के शोर में रहकर भी सच कहने की आदत है।
मुसाफ़िर हूँ मैं भी मुसाफ़िर हो तुम भी, उस रब ने चाहा तो हो कभी मुलाकात भी... -
मुसाफ़िर हूँ मैं भी मुसाफ़िर हो तुम भी, उस रब ने चाहा तो हो कभी मुलाकात भी...
कुछ लिखा है बहुत अर्से बाद,कुछ खालीपन फिर लगा बहुत अर्से बाद,व्यस्त रखते है खुद को कि वो ना आएं याद,मगर आज चाय पी कुछ तसल्ली से बहुत अर्से बाद... -
कुछ लिखा है बहुत अर्से बाद,कुछ खालीपन फिर लगा बहुत अर्से बाद,व्यस्त रखते है खुद को कि वो ना आएं याद,मगर आज चाय पी कुछ तसल्ली से बहुत अर्से बाद...
गुमशुदा साए में ढूंढता हूँ मैं खुद को,लगता है लम्हा सा बनकर कहीं ठहर गया हूँ मैं... -
गुमशुदा साए में ढूंढता हूँ मैं खुद को,लगता है लम्हा सा बनकर कहीं ठहर गया हूँ मैं...
बहुत खामोश से चुप -चुप से अब रहते हैं हम,न जाने अब लोग क्यूँ कहते हैं...अजीब रोग पाल रखा है मैंने... -
बहुत खामोश से चुप -चुप से अब रहते हैं हम,न जाने अब लोग क्यूँ कहते हैं...अजीब रोग पाल रखा है मैंने...
अर्ज किया है,आज फिर जख्म हरे हुए हैं।आज फिर हमने कलम उठायी है।।शायद नहीं बख्शा है उस रब ने इश्क़ हमें।इसीलिए हर मोड़ पर मिलती बस रुस्वाई है... -
अर्ज किया है,आज फिर जख्म हरे हुए हैं।आज फिर हमने कलम उठायी है।।शायद नहीं बख्शा है उस रब ने इश्क़ हमें।इसीलिए हर मोड़ पर मिलती बस रुस्वाई है...
वो चाय में अक्सर शक्कर कुछ कम ही डालती है,कहती है कम लगे तो होंठो से ले लेना... -
वो चाय में अक्सर शक्कर कुछ कम ही डालती है,कहती है कम लगे तो होंठो से ले लेना...
हुआ जो तुझसे जैसा इश्क़,वो इश्क़ सच मे कमाल रहेगा,,तुम समझकर भी रहे अंजान से क्यों,ताउम्र मुझे खुद से यही सवाल रहेगा... -
हुआ जो तुझसे जैसा इश्क़,वो इश्क़ सच मे कमाल रहेगा,,तुम समझकर भी रहे अंजान से क्यों,ताउम्र मुझे खुद से यही सवाल रहेगा...
Thank you so much yqdidi😊🙏 -
Thank you so much yqdidi😊🙏