नमस्कार दोस्तों ,कलियुगी महापुरुष हूँ मैं,सब जानते हैं सच बड़ा ही कड़वा होता है
बस इसी कारणवश इसे बोल नही पाता हूँ, सीधे सपाट निवाला बना,निगल जाता हूँ मैं
सच के दामों पर उछाल आने तक मेरे मुँह में मेंढ़क चला जाता है
और आहिस्ता आहिस्ता मांसाहार का फिर आनंद उठाता हूँ मैं
कायम रखने को धवलता मेरी,धैर्य की गंगा में,मासूमियत से बड़ी,डुबकी लगाता हूँ मैं
बस ये ही परम रहस्य है व्यक्तित्व का मेरे,कि बुद्धिजीवियों की सभा में, श्रेष्ठतम कहलाता हूँ मैं !!
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# 19-12-2020 # काव्य कुसुम # आत्मिक सुख #
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महापुरुषों के अभ्युदय से जग ज्योतिर्मयी रश्मियों से आलोकित होता है ।
महापुरुषों के प्रवचनों से जीवन पथ पाकर जनमानस सुवासित होता है ।
जीवन में आत्मिक सुख व आलोड़न के लिए महापुरुषों की संगत ज़रूरी है -
महापुरुषों के मुखारविंद से नि:सृत पीयूष प्रवचन प्रवाहित होता है ।
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निसृत - विशेष रूप से उच्चारित। आलोड़न- सोच विचार, मंथन-
जिन्हें इतिहास से
मिटाने का प्रयास होता हैं
उनसे जुड़ाव और भी
घनिष्ठ हो जाता हैं-
लादता ज्ञानाला कर्मठ बंधने
अज्ञानाचे वेड आता पेलवेना
टांगुनी लक्तरे अश्यांची वेशिवरी
जीवाचा वनवास आता भोगवेना...-
उत्तम गुण है मानवता
धारण इसको जो करे।
उठ जाए वो इतना ऊपर
महापुरुष उसको जग कहे॥
(04-01-2019)-
अमेरिका के शिकागो शहर में सनातन धर्म सम्मेलन में हिंदुत्व का परिचय दुनिया को कराने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जन्म जयंती है।
स्वामी विवेकानंद जी को कोटि कोटि नमन🙏🙏-