दूर से तो सब दिखते हैं
बस.....
पास कोई नहीं होता-
So be a reader
and go through me
completely #JayBaranwal 😊
Fr... read more
जीवन में कुछ क्षण ऐसे आते हैं
जब आप गलत नहीं होते
फिर भी गलत सिद्ध कर दिया जाता हैं
और आप कुछ नहीं कर पाते
फिर भी जीना तो हैं न
इसलिए हीन भावना से ग्रसित हुए बिना
आगे बढ़ो
जीवन में बहुत कुछ हैं पाने को
और भी लोग हैं साथ चलने को
जो छूट गए
उनको भूल जाओ
क्योंकि यही नियति हैं-
माँ की निर्मलता
पुत्र बनते ही समझ आती हैं
किन्तु पिता की कठोरता
पिता बनने के पश्चात
समझ आती हैं-
यात्रा की दूरी और समय
लगभग निश्चित होता हैं
किन्तु वो कैसे कटने वाला हैं
ये निश्चित
सहयात्री ही करते हैं-
उजाले में लज्जा बढ़ जाती हैं
लज्जित होने की संभावना भी
काश....तुम अँधियारा कर पाते-
आपके क्रोध से कोई सगा
यदि स्वयं को आघात पहुँचा रहा हैं
तो अविलंब उसे
प्रेम और अपनत्व का बोध करवाईये
अन्यथा उसे खोने को
तैयार हो जाए-
पिता जी मुझे हृदय से क्यों नहीं लगाते हैं
जब सोंचता हूँ
तब मुझे रोता हुआ मेरा पुत्र दिखता हैं
जिसे जैसे ही हृदय से लगाता हूँ
वो शान्त हो जाता हैं
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