Rana 17 MAY 2019 AT 17:30 सामान बांधो, अब चलो ग़ालिब,अब इस मुहब्बत की बस्ती में वो बसती नहीं...! - YQ Sahitya 3 MAR 2021 AT 17:14 कूचे को तेरे छोड़ करजोगी ही बन जाएँ मगर जंगल तेरे, पर्वत तेरे, बस्ती तेरी, सहरा तेरा - Babu Gangiya 29 MAY 2018 AT 6:09 जिस बस्ती से हमें निकाल रखा हैउसी बस्ती में समन्दर पाल रखा है - Ak Aj 30 SEP 2020 AT 12:39 लौट आया हूं शायरो की बस्ती मेंअब कहो दिल का दर्द सुनाऊंया तेरी यादों की खुशबु फैलाऊ - नया👇अकाउंटफोलो 29 MAY 2020 AT 10:21 शहर वालों जरा सिद्धत से पेश आया करो।यहां पर जो बस्ती है गांव वालों की हस्ती है। - Bittu Raj 29 JUL 2021 AT 8:56 हम गुम हो गये, आधुनिकता के मस्ती मेंअब कहाँ मिलता है, सावन के झूले बस्ती में - दीप शिखा 13 FEB 2019 AT 8:05 उजाड़ दी तमाम बस्ती उसने गांवों की,वो अब ऊंचे महलों में सुकून ढूंढा करता है ! - Komal Rawat 17 JAN 2018 AT 22:49 कितने सच, कितने अफ़साने,कैसी ये रेखाओं की बस्ती है.!वही मुकम्मल है ताने बानेजो ये किस्मत बुना करती है...!! - Ankit Pandey 12 APR 2017 AT 23:57 वो रेत निकलती हाथों से,इन्हें चाह के भी ना रख पाऊं।दरिया-ए-वक़्त में बह के मैं,क्यूँ साहिल से बिछड़ा जाऊं।सवालों की अंधेरी बस्ती में, अब रोशनी कहाँ लाऊँ।ना मैं पूछुं..ना मैं बोलूँ , सब छोड़ यूँ ही लिखता जाऊं।। - 🅟🅟🅢𝓐𝓷𝓪𝓷ᦔ 𝘴𝓱𝓲𝓷ᦔꫀ💔 29 SEP 2020 AT 0:41 जनाब बेवकूफों की बस्ती में रहने वालेलोगों से हम सीखने की उम्मीद नहीं करते -