मूमल की विरह इंतजार हो, महेंद्र की कसमसाहट हो,
मारू की दिल की प्रेम पुकार हो, फिर ढोला बेक़रार हो,
संयोगिता की तस्वीर हो, पृथ्वीराज के उसमें प्राण हो,
उजळी की बदन गर्माहट जो, जेठवै को जीवनदान हो,
कंवल का प्रेम स्वाभिमान हो, या चाहे केहर की कैद हो,
हीर को चाहे कोई जहर दे, चाहे रांझा बनते फ़क़ीर हो,
मस्तानी सी बहुआयामी हो, बाजीराव कम जिंदगी हो,
सोहिनी का घड़ा कच्चा हो, या महिवाल की चाकरी हो,
शीरीं की बला की खूबसूरती हो, फरहाद का जुनून हो!
बूबना दिल-ओ-जान हो, जलाल को दीदार की आस हो,
रूपमति सुरीली कंठ हो, चाहे बाज बहादुर की वफ़ा हो,
आम्रपाली हो नगरवधू जो, या बिम्बिसार मगध सम्राट हो,
भागमती चाहे बंजारन हो, कुली कुतुब का हैदराबाद हो,
हेलेना हो ग्रीक विदेशी जो, चंद्रगुप्त मौर्य चाहे स्वदेशी हो,
बणी-ठणी दासी कवियत्री हो, सावंत कला कद्रदान हो,
भारमली चाहे कोई दासी हो या मालदेव चाहे राजा हो,
रामी धोबिन की बात हो, चंडीदास का आत्मिक प्यार हो,
रजिया मल्लिका-ए-सल्तनत हो, चाहे याकूत गुलाम हो,
_राज सोनी
इतिहास की प्रेम मिसाल हो तो आपके प्रेम का हिसाब हो!
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