लो जी
कुछ दिनों की मोहलत और मिली
भूलो को सुधारने का आख़िरी मौका मिल गया
अब जो अवसर गंवा दिया
घर का रहे ना घाट का धोबी का कुत्ता बना-
Yashwant Soni
(no r yes)
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लिखावट के भावों से मतलब है फिर चाहे लिखने वाला हो या लिखने वाली हो...!
वास्तविकता कुछ भी नह... read more
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Joined 7 May 2018
11 HOURS AGO
12 HOURS AGO
और फिर किसी दिन
तन्हाइयों के इस आलम की इंतहा हो जाएगी,
बेवफाई की आग में जलते इस दिल की
राख हवा में उड़ जाएगी-
YESTERDAY AT 17:02
एक सैलाब में तुम थी एक सैलाब मेरे दिल में है
अंजाम होगा सो देख लिया जाएगा
अभी दिल गया हैं अभी जान बाकी है-
YESTERDAY AT 16:33
जनवरी से चला थका हारा तेरे घर विश्राम लिया जुलाई तूने मेरा अच्छे से मेहमान नवाजी की।
अच्छा अब निकलता हु अगली सराय दिसंबर के लिए-
31 JUL AT 17:36
उफ्फ इतना सकून !
देख कर इस चेहरे से
हुआ जाता है रश्क हमको
किस्मत पर इनकी फक्र
हो रहा है हमको-
31 JUL AT 17:09
दिल्लगी मत कर इश्क़ एक दरिया है तो
डूब कर नहीं राह बना कर पार जायेंगे-
30 JUL AT 16:57
चार दिन
की जिंदगी जी कर
चार कंधों पर चले जाएंगे,
रहेंगे फूलों से खिल कर
क्या कर लेगे मुंह फूला कर-
29 JUL AT 19:41
ले कर आए थे पुष्प
प्रीत की वेदी पर
अर्पण करने को,
रह गया चित्त उलझ कर
चंचल चपल वाणी में-