हर चीज़ हमें हद में अच्छी लगती है...
पर
तुम्हारी ये दोस्ती हमें बेहद प्यारी लगती है.....-
दोस्ती का कोई बहाना नहीं होता
हर शख़्स मगर दोस्ताना नहीं होता
-
खास दोस्त था वो मेरा ....
पर बकवास कारण से छोड़ गया....
हैसियत हमारी शायद इतनी सी थी ..
की वो हमसे कम दुसरो पर जादा भरोसा कर गया...
दोस्त था वो मेरा ,कम्बक्त... दोस्ती को तोड़ गया ...-
तुम्हारा रूठना😡 मुझे तुम्हें मनाना🤗
तुम्हारी प्यारी-प्यारी बातों पर बेवजह मुस्कुराना😆
कुछ दूर जाकर वापस लौट कर आना👣
तुमसे बात करने के लिए ढूंढता हूं मैं बहाना🤔
तुम चिढ़ती😘 मुझे तुम्हें सताना😝
गुस्से में तुम्हारी चेहरा का लाल😠 हो जाना
कितना प्यारा था हमारा दोस्ताना👌
हम दोनों हमेशा के लिए बिछड़ गए😭
शायद कुदरत को पसंद नहीं आया हमारा याराना😓-
ना जाने किसके ख्यालो में
खोये हुए हो तुम "नीर"
ये आधी अधूरी बाते करके
गुम हो जाते हो...🤗-
यूँ ही ज़ाया नहीं करते अपने अल्फ़ाज़ को
कुछ अपनों ने प्रीत डोर में जकड़ रखा है...
हमें गलत न समझना एे चाहने वालो
आपकी चाहत के सदक़े क़लम को थाम रखा है...
मुक़ाबला या बराबरी नहीं करने आये यारों
शब्दों से खेलने के शौक़ ने इस राह भटका रखा है...
हम मलंग क्या किसी का दिल जीतेगें यहाँ
मोहब्बत के खेल में जिसने ख़ुद को हार रखा है...
उकेर देते है जब कभी किसी को अपनी रचनाओं में
भावों से जुड़े इस सफ़र में उच्च ओहदा उन्हें दे रखा है...
वाहवाही लूटने या शोहरत कमाने नहीं आया मिलिंद
रूह के सुकूँ के लिए ख़ुद को फ़क़ीरी में डूबो रखा है...-
यारा काश मैं तेरी आंख का आंसू होता....
तेरी आँखों मे जन्म लेता....
तेरे पलकों में छिपा होता....
निकल कर तेरी आँख से....
तेरे गालों को चूमता....
और आकर तेरे होंठो पर मर जाता....
मेरी ज़िन्दगी का यह खुशनुमा पल होता....
तुझ में ही जीता और तुझ में मर जाता....
काश मैं तेरी आँख का आंसू होता.... — % &-
था अकेला, हूँ अकेला और शायद रहूँ अकेला इन रंगीन नजारो में।
चले जाते है ज़िन्दगी की सफर पर दोस्त छोड़ इस दोस्ताने में
फिर भी भरता है अकेलापन उनकी यादो से इस ज़माने में।-
दोस्ती का रिश्ता है अनमोल,
जैसे धरती और आसमान का जोड़।
कभी हंसी, कभी रोने का साथ,
हर पल में हो दोस्तों का साथ।
बचपन की दोस्ती,
निष्छल और सच्ची,
खेलों में हंसी, मस्ती भरी,
यादें जो रहेंगी सदा हरी।
किशोरावस्था की दोस्ती,
राज़ों से भरी,
एक दूसरे का सहारा बनकर,
चलते हैं आगे बढ़ते हुए।
प्यार की दोस्ती,
दिलों को जोड़ती,
समझदारी और विश्वास का बंधन,
जीवन को देती है नया रंग।
बुढ़ापे की दोस्ती,
अनुभवों से भरी,
साथ बैठकर यादें ताज़ा करते,
जीवन के अंतिम पड़ाव को पार करते।
दोस्ती का कोई रूप नहीं होता,
हर दोस्ती होती है अनोखी,
बस दो दिलों का मिलन होता है,
जो बनाता है जीवन को रंगीन।
दोस्ती में होता है प्यार,
दिल में होता है अपनापन,
दोस्ती का रिश्ता है अनमोल,
जो जीवन को देता है नयापन।-
तेरे होने से मेरी तन्हाइयों में करार आता है,
तू रूठ भी जाए तो भी, तुझपे प्यार आता है!-