हां कोई और है
जो मुझसे ज्यादा मेरी परवाह करती है
दिखावे का शौक नहीं
फ़िर भी मेरे लिए सजती सवरती है
नाक पर हरदम गुस्सा
लेकिन दिल का एकदम साफ है
उसको चाहने वाले बहुत हैं
पर वह सिर्फ मुझ पर मरती है
माना कि मैं उसे परेशान करता हूं
पर वह भी मुझसे हक से लड़ती है
हां कोई और है
जो मुझसे ज्यादा मेरी परवाह करती हैं
उम्र में मेरे बराबर है
पर हरकतें एकदम बच्चो वाली करती हैं
सब कुछ है उसके पास
फिर भी मुझसे मिलने को तरसती है
किसी की एक बात ना सुनाने वाली
मेरी डांट भी चुपचाप सुन लेती है
किसी से नहीं डरने वाली
सिर्फ मुझसे बिछड़ने से डरती है
हां कोई और है
जो मुझसे ज्यादा मेरी परवाह करती है-
मैं किसी से ज्यादा बात नहीं करता
की कहीं मुझे प्यार ना हो जाए
2 साल से खुद को संभाल कर रखा है
कहीं ये बर्बाद ना हो जाए
अभी मैं जैसा भी हूँ ठीक हूँ
ज्यादा खुशी पाने के चक्कर में
2 साल पहले वाला हाल ना हो जाए
बहुत मुश्किल से खुद से प्यार करना सिखा है
किसी मोहतरमा के चक्कर में सब बर्बाद ना हो जाए-
किसी से मिलने में सबसे बुरी बात यह होती है कि कमबख्त मिलने के बाद उससे बिछड़ना पड़ता है
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कुछ रिश्ते बिना नाम के ही अच्छे लगते हैं
नाम दे देने पर वह रिश्ता ही खत्म हो जाता है-
एक तुम ही तो थे हम जैसों का सहारा
अब तो कोई बचा ही नहीं इस जहां में हमारा ! — % &-
किसी पर अपना हक यह सोच कर नहीं जमाता
कि सिर्फ मेरे हक जताने से
पता नहीं कितनों का हक मारा जाएगा l— % &-
अजीब है मेरा तन्हा पन
ना खुश हूं
ना उदास हूं
बस अकेला हूं और खामोश हूं
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रात में जो बुरा सपना देखा।
वह हकीकत में ना बदल जाए।।
बरसों से जो अरमान दिल में सजाए रखा था। वह पल भर में ना बिखर जाए।।
मुझे पता है सबको जाना है।
यह दुनिया छोड़कर एक ना एक दिन।।
बस जब तक जिंदा है हम।
तब तक आपको कहीं नहीं जाना है।।
बचपन में आपने कंधों पर बैठाकर।
मुझे पूरा दुनिया घुमाया है।।
मुझे आपसे पहले जन्नत जाकर।
आप को जन्नत का सैर कराना है।।-