Kavari Khare   (Priya)
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Joined 2 September 2022


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18 AUG AT 22:06



नन्ही बेटी के छोटे- छोटे से कदमों में,
पिता की सारी दुनिया ही बस जाती है,
उसकी प्यारी हंसी के श्वेत मोतियों से,
पिता की ज़िंदगी रोशन हो जाती है।

पिता की हथेली की कर्म की छाया में,
बेटी को खुशियों का पूर्ण आकाश मिले,
उसकी मासूम सी मृगनयनी आँखों में,
पिता को अपने सपनों का विश्वास मिले।

प्यारी बेटी जब पहली बार मुस्कुराती है,
पिता की रूह अंदर तक खिल उठती है,
उसकी छोटी- छोटी हर भोली सी चाहत,
पिता के लिए तो बस दुआ बन जाती है।

बेटी का कोमल से हाथ पकड़कर चलते,
वो खुद को बहुत मज़बूत सा जताता है,
पर हर पल वो मन के अंदर ही अंदर,
उससे बिछड़ने से डर से सिहर जाता है।

बेटी पिता का गर्व ,उसका स्वाभिमान
पिता बेटी की पहचान है, उसका मान
ये रिश्ता अनमोल है , अटूट उनका साथ
बेटी का घर में होना,भगवान का वरदान।

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30 JUL AT 20:05

.....

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29 MAY AT 21:00

प्रेम को छुपाने की विवशता और समाज का नज़रिया
कैप्शन में पढ़े ⬇️

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22 APR AT 21:34

क्या अभी भी मुझसे प्यार है?
सालों बाद पत्नी ने पूछा पति से....🙂

बरसों की बंधी चूड़ियाँ खनक उठीं,
सिंदूर की रेखा सवालों में घुल गई।
वह देखती रही उसकी आँखों में उत्तर,
पर देखो चुप्पी ही जवाब बन गई।

"क्या अब भी मुझसे प्यार है?"
उसने ठहरी साँसों में पूछा।
वक्त ने मुस्कुराकर देखा,
जैसे बरसों का दस्तावेज खोला।

वह हँसा—धीमे, थके हुए स्वर में,
जैसे पुरानी चिट्ठी से अक्षर ढूँढ रहा हो।
"प्यार वक्त से परे होता है,"
कहा उसने, उसकी हथेली पकड़ते हुए।

"यह हवा में घुलता है,
तुम्हारे ख्यालों में बसता है,
तुम्हारी हर आदत में है।
प्यार तो वही है, बस हम बदलते हैं।"

वह देखती रही,
शब्दों के परे, उस स्पर्श में उत्तर तलाशती।
शायद प्यार को परिभाषा नहीं चाहिए,
बस एक एहसास ही काफी है।🙂

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1 MAR AT 11:56

चमकती हुई सी हर चीज़ सोना नहीं होती,
मुस्कुराता हुआ हर चेहरा खुश नहीं होता।

भीड़ में छुपा होता है बहुत सारा अकेलापन,
और शोर में भी होता रहता चुप्पी का क्रंदन।

रंग-बिरंगे ख्वाब दिखाते बस असीम सपने,
पर हकीकत में होते है कितने ही वो सच्चे??

झूठे वादों की चमचम चमकती सी दीवारें,
अंदर से खोखली,सुनती बस बेबस पुकारें।

बाहरी आवरण में छिपे, कितने घिनौने राज़,
अंदर की दुनिया में गहरी साजिशों का ये जाल

समझो चेहरे की छिपी हुई फ़रेब की कहानी,
सच,झूठ की उलझे जाल से बचाओ जिंदगानी

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23 FEB AT 0:05

Your quote के सफर में कब तुम कैसे मिले ये तो याद नहीं
पर जब से मिले तब से दोस्ती रही बरकरार, यही बात याद रही

तुम्हारी बातों में प्यार झलकता, शब्दों में मधुर एहसास बहता।
आज जन्मदिन है राज का,जिसने बस प्रेम को कागज़ पर गढ़ा।

तुम्हारी सोच में सिर्फ उसकी ही परछाई,हर भाव में है कोमलाई।
प्रेम की खुशबू हर रचना संग लेकर, छा जाए yq पर प्रेम पुरवाई ।

प्रेम के गीत सदा गाते रहो, हर लफ्ज़ में मोहब्बत सजाते रहो।
प्रेम में कपास सम कोमल बनो , प्रेम को तुम परिभाषित करो।

जन्मदिन मुबारक हो तुमको,और तुम्हें हो बधाई हो बारंबार !
सदा रहे तुम्हारा अपनी खडूस सी प्यारी सी प्रेमिका का साथ

सुनो..नया ज़माना है गिफ्ट के साथ रिटर्न गिफ्ट का ज़माना है।
चाहूं बस इतना तुमसे बस दो ,खुले आम दो प्रियतमा का साथ

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1 FEB AT 8:45

🙂❤️🙂❤️

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19 JAN AT 22:40

करता है तेरा कोई इंतजार बड़ी ही शिद्दत से
दिल की गहराइयों से तुझे अब आना ही होगा।

वो राहें जो मिली, पर रह गई थी अधूरी कभी,
कर दूर गलतफहमियां तुम्हे उसे बुलाना ही होगा

उसकी उम्मीदों का बंधा डोर का हिस्सा हो तुम
गांठ बांध जन्मजन्मांतर का साथ निभाना होगा

उसके हर दर्द का इलाज है सिर्फ तुम्हारे ही पास,
फिर से वो हो जिंदा, प्यार तुम्हे लुटाना ही होगा।

तुम्हारे बिना वीरान है उसकी जमीं और आसमान
तेरे कदमों की आहट से , नींद से जगाना ही होगा

फिर से खिलेंगे मोहब्बत के फूल इस गुलिस्तां में
मिल कर उससे गले,बाग़ को महकाना ही होगा।

तुमसे जुड़ी हैं अभी भी उसकी हजारों उम्मीदें,
थाम के हाथ, उम्मीदों को सच करना ही होगा।

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4 JAN AT 17:04

उसने उसकी याद में अपनी डीपी में शर्ट का रंग आसमानी रखा
उनकी प्रिया ने तकरार बावजूद उनका दिया नाम ना बदला

ये कैसा प्यार है ????

रचना नीचे कैप्शन में पढ़िए

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22 DEC 2024 AT 22:26

दूरियों से दिल के भाव कम नहीं होते,
यादों के चिराग कभी नम नहीं होते।
प्यार वो दरिया है जो बहता रहे,
फासलों से उसके जल थम नहीं होते।

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