Kavari Khare   (Priya)
100 Followers · 90 Following

read more
Joined 2 September 2022


read more
Joined 2 September 2022
22 APR AT 21:34

क्या अभी भी मुझसे प्यार है?
सालों बाद पत्नी ने पूछा पति से....🙂

बरसों की बंधी चूड़ियाँ खनक उठीं,
सिंदूर की रेखा सवालों में घुल गई।
वह देखती रही उसकी आँखों में उत्तर,
पर देखो चुप्पी ही जवाब बन गई।

"क्या अब भी मुझसे प्यार है?"
उसने ठहरी साँसों में पूछा।
वक्त ने मुस्कुराकर देखा,
जैसे बरसों का दस्तावेज खोला।

वह हँसा—धीमे, थके हुए स्वर में,
जैसे पुरानी चिट्ठी से अक्षर ढूँढ रहा हो।
"प्यार वक्त से परे होता है,"
कहा उसने, उसकी हथेली पकड़ते हुए।

"यह हवा में घुलता है,
तुम्हारे ख्यालों में बसता है,
तुम्हारी हर आदत में है।
प्यार तो वही है, बस हम बदलते हैं।"

वह देखती रही,
शब्दों के परे, उस स्पर्श में उत्तर तलाशती।
शायद प्यार को परिभाषा नहीं चाहिए,
बस एक एहसास ही काफी है।🙂

-


1 MAR AT 11:56

चमकती हुई सी हर चीज़ सोना नहीं होती,
मुस्कुराता हुआ हर चेहरा खुश नहीं होता।

भीड़ में छुपा होता है बहुत सारा अकेलापन,
और शोर में भी होता रहता चुप्पी का क्रंदन।

रंग-बिरंगे ख्वाब दिखाते बस असीम सपने,
पर हकीकत में होते है कितने ही वो सच्चे??

झूठे वादों की चमचम चमकती सी दीवारें,
अंदर से खोखली,सुनती बस बेबस पुकारें।

बाहरी आवरण में छिपे, कितने घिनौने राज़,
अंदर की दुनिया में गहरी साजिशों का ये जाल

समझो चेहरे की छिपी हुई फ़रेब की कहानी,
सच,झूठ की उलझे जाल से बचाओ जिंदगानी

-


23 FEB AT 0:05

Your quote के सफर में कब तुम कैसे मिले ये तो याद नहीं
पर जब से मिले तब से दोस्ती रही बरकरार, यही बात याद रही

तुम्हारी बातों में प्यार झलकता, शब्दों में मधुर एहसास बहता।
आज जन्मदिन है राज का,जिसने बस प्रेम को कागज़ पर गढ़ा।

तुम्हारी सोच में सिर्फ उसकी ही परछाई,हर भाव में है कोमलाई।
प्रेम की खुशबू हर रचना संग लेकर, छा जाए yq पर प्रेम पुरवाई ।

प्रेम के गीत सदा गाते रहो, हर लफ्ज़ में मोहब्बत सजाते रहो।
प्रेम में कपास सम कोमल बनो , प्रेम को तुम परिभाषित करो।

जन्मदिन मुबारक हो तुमको,और तुम्हें हो बधाई हो बारंबार !
सदा रहे तुम्हारा अपनी खडूस सी प्यारी सी प्रेमिका का साथ

सुनो..नया ज़माना है गिफ्ट के साथ रिटर्न गिफ्ट का ज़माना है।
चाहूं बस इतना तुमसे बस दो ,खुले आम दो प्रियतमा का साथ

-


1 FEB AT 8:45

🙂❤️🙂❤️

-


19 JAN AT 22:40

करता है तेरा कोई इंतजार बड़ी ही शिद्दत से
दिल की गहराइयों से तुझे अब आना ही होगा।

वो राहें जो मिली, पर रह गई थी अधूरी कभी,
कर दूर गलतफहमियां तुम्हे उसे बुलाना ही होगा

उसकी उम्मीदों का बंधा डोर का हिस्सा हो तुम
गांठ बांध जन्मजन्मांतर का साथ निभाना होगा

उसके हर दर्द का इलाज है सिर्फ तुम्हारे ही पास,
फिर से वो हो जिंदा, प्यार तुम्हे लुटाना ही होगा।

तुम्हारे बिना वीरान है उसकी जमीं और आसमान
तेरे कदमों की आहट से , नींद से जगाना ही होगा

फिर से खिलेंगे मोहब्बत के फूल इस गुलिस्तां में
मिल कर उससे गले,बाग़ को महकाना ही होगा।

तुमसे जुड़ी हैं अभी भी उसकी हजारों उम्मीदें,
थाम के हाथ, उम्मीदों को सच करना ही होगा।

-


4 JAN AT 17:04

उसने उसकी याद में अपनी डीपी में शर्ट का रंग आसमानी रखा
उनकी प्रिया ने तकरार बावजूद उनका दिया नाम ना बदला

ये कैसा प्यार है ????

रचना नीचे कैप्शन में पढ़िए

-


22 DEC 2024 AT 22:26

दूरियों से दिल के भाव कम नहीं होते,
यादों के चिराग कभी नम नहीं होते।
प्यार वो दरिया है जो बहता रहे,
फासलों से उसके जल थम नहीं होते।

-


14 DEC 2024 AT 22:53

तेरा साथ जो छूटा तो दर्द बढ़ता गया,
हर मोड़ पर बस तेरा चेहरा दिखता गया,
दिल ने तो अब भी तुझे अपना माना है,
पर हालात ने हमें अजनबी बना दिया।

-


28 NOV 2024 AT 22:51

ऋतु से ये ऋत्विजा तक का सफ़र कितना सुंदर रहा
तेरे बचपन से अब तक तेरा जन्मदिन शानदार रहा

ये तेरा नारियल के जैसा सब के सामने ये व्यक्तिव रहा
उपर से कठोर भीतर से तेरा बिल्कुल कोमल दिल रहा

करती है मनभावन बतियां जब तक दिल में प्यार रहा
होती है ये जब गुस्सा तो मामला हमेशा आर पार रहा

आत्मसम्मान से ना समझौता कभी ,ऐसा हर बार रहा
हुई कोई गलती तो सब के सामने सहज स्वीकार रहा

रिश्ते निभाने में सक्षम,नाम तेरा दोस्ती का पर्याय रहा
अपने प्रियतम से प्यार निभाने का दम तेरा हमेशा रहा

इंस्टा हो या YQ हर जगह तेरा एक अपना स्थान रहा
प्रतिक्रिया देती पोस्ट पर ऐसी, सबको ही इंतजार रहा

प्रेम को जीती तुम ऐसे, सारा प्रेम बस तेरे नाम ही रहा
पैरों में पहनो वही पायल, ये दिन बस उसके नाम रहा

तेरे जन्मदिन पर सारा माहौल बहुत खुशहाल सा रहा
खुश रहो तुम हमेशा हर दिल का बस यही अरमान रहा

-


13 OCT 2024 AT 20:05

काश.......

काश सब कुछ प्यार में पहले जैसा हो जाए,
थीं खुशनुमा सी ज़िन्दगी फिर से वैसी हो जाए।

रूठी हैं जो हसरतें हमसे, वो मान जाएं फिर से,
जैसे सपनों के नए रंग, दिल में छा जाएं फिर से।

कविताओं में हो फिर से गूंजे हंसी की खनक,
सावन की पहली बारिश की महक से महके मन।

वो बातें जो अधूरी रह गईं थीं कभी फिर से हो पूरी,
ख्वाहिश है, लफ्ज़ों में फिर से ढल कहानी हमारी।

काश वो पल, वो जज्बात और एहसास लौट आए,
दिल से दिल फिर बिना कहे ही कुछ कह जाए हमसे।

ना हो होड़ कौन कहे पहले, बात सरल सी हो जाए
मिल जाए पहले की तरह प्रेम का नया ग्रंथ बन जाए

-


Fetching Kavari Khare Quotes