जिसको कह दो कि वो जरूरी है..
वो ही दामन छुड़ाने लगता है..-
जो छोड़ जाने के इरादे सांथ लेकर आया हो
उसे तो जान देकर भी नहीं रोका जा सकता-
ना प्यार बेवफा मिला
ना यार गद्दार मिले....
बाकी जो रिश्ते थे
उन से तजुर्बे हजार मिले।।-
"जरूरी तो नहीं कि मुझे तुमसे इश्क़ है तो तुम्हें भी मुझसे प्यार हो"
जरूरी तो नहीं कि मुझे तुमसे इश्क़ है तो तुम्हें भी मुझसे प्यार हो
जरूरी नहीं कि आज निकला है यहाँ चाँद तो उसके घर में बहार हो|1|
हो सकता है मेरा इश्क सदाबहार हैं ईबादत हैं रब की इनायत हैं
जरूरी नहीं उसे भी इश्क हो, हो सकता है उसको मतलबी प्यार हो|2|
कभी निकलती हैं जलती धूप शहर में कभी बादलों की फुहार हो
कभी तो छूटते रहते हैं पसीने दिन ओ रात कभी जैसे बरखा बहार हो|3|
आंनद की कोई सीमा नही रहती हैं जब संग अपने अपना यार हो
पैसे तो आते ओ चले जाते है पर मजा तो तब है जब संग प्यार हो|4|-
मैं ख़्वाहिश की बंदिश में नहीं बँधी
ना मेरी कोई चाहत ज्यादा है..
जीने के लिए मुझे बस तेरी जरूरत
खुद की ज़िंदगी से भी ज्यादा है..-
इतना भी हमसे नाराज मत हुआ करो
इतना भी हमसे नाराज मत हुआ करो
बदकिस्म जरूर है हम मगर बेवफ़ा नही
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प्रेम हमेशा पास लाये ये जरूरी नहीं
प्रेम न होता बीच हमारे तो होती ये दूरी नहीं-
आदत नहीं बनना था तुम्हें
तुम फिर भी बन गए हो
जरूरत नहीं, पर जरूरी सा
ज़िन्दगी का वो हिस्सा बन गए हो
सुबह के पल पल में हर पल साथ रहते हो
दोपहर की धूप में परछाई बन साथ चलते हो
रात सो जाते हो आंखों में मेरी,
नींदों में ख्वाबों के साथ जागते हो
चढ़ती सांसों में खुशबू की तरह,
रगों में बहते हुए लहू की तरह,
धड़कते दिल की कपकपाहट की तरह,
जिस्म का बेहद जरूरी वो हिस्सा बन गए हो
आदत नहीं बनना था तुम्हें मेरी
हां तुम बन गए हो
जरूरत नहीं, पर जरूरी सा
मेरी ज़िन्दगी का वो हिस्सा बन गए हो-