वहीं हम,वहीं तुम,वहीं दर्द पुराना है
छेड़ा था कुछ हसरतो ने आज फ़िर
मग़र तराना मेरा वहीं पुराना है
क्या कहें, कैसे कहे , किस से कहे
फिर से किस्सा मेरे पास पुराना है
क्या उम्मीद करे अब कोई किसी से
क्या बदला है , कुछ नहीं जमाने में
गैरत के सिवा ज़माना वहीं पुराना है
रोने वाले रो रहे हैं, हंसने वाले हंस रहे है
दुख देने और लेने का वहीं सलीका पुराना है-
Bus kuch ahsas hi h jo kagaj par utare h......
🎂🎂 13 march
कभी कभी जिसे हम सुकून समझ के गले लगाते हैं
वहीं हमे जिंदगी के सबसे बड़े दर्द से रूबरू कराते हैं-
एक ख्वाब है आँखों में.... जिसे मुझे बुनना है
तुम से मुझे और कुछ नहीं सिर्फ़ तुम्हें सुनना है-
ये मत समझिए बेवजह हमारी हंसी देखकर
की यू ही हम ने हर खुशी पाई है
सच ये है हम ने अपनी हर मुस्कुराहट की
कीमत अपने आसुओं से चुकाई है-
फूलों को बिछाने की चाहत थी
कुछ पल तेरे साथ बिताने की चाहत थी
मुस्कुराते रहे भरी महफ़िल में हम और
आंख से बहते आंसू छुपाने की चाहत थी
कुछ ज़ख्म थे जो हम सब से छुपाते रहे
मग़र वो ज़ख्म तुम्हें दिखाने की चाहत थी
हार चुके थे हम अपने आप से भी शायद
तुम आते तो कुछ पल जीने की चाहत थी
जिंदगी और मौत का फ़ासला कम हो रहा है
सच कहें तेरे आगोश में मरजाने की चाहत थी-
लिख कर कभी कभी दिल की बात .......मिटा तो देते हैं
ज्यादा वक़्त कहा छुपा पाते है आखिर सब तुम्हें बता ही देते हैं-
ये चंद लम्हें इन्तज़ार के कटते क्यूँ नहीं
तेरी यादों के साये कभी हटते क्यूँ नहीं
बरसती रहती हैं हर पल फुहारें मुझ पर
तेरे इश्क़ के बादल कभी छंटते क्यूँ नहीं-
उठो चलो हिम्मत करो अब तुम्हारी बारी है
मत दो अहमियत दिल दुखाने वालों को..
अकेला चल फिर देख जीत भी तुम्हारी है-