कमल जोशी   (कमल जोशी(अनपढ़ लेखक))
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Joined 11 February 2019


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Joined 11 February 2019
8 MAR 2022 AT 12:28

हर दर्जे से बड़ा है उसका दर्जा,
वो हर अस्तित्व की कहानी है,
बेटी है तो रहमत है,
बहन है तो शराफ़त है,
बीवी है तो चाहत है,
माँ है तो जन्नत है,
हर रूप में उसका स्वरूप,
यही है नारी का अदभुत रूप।

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24 JAN 2022 AT 13:07

जन्मों जनम की अरदास है,
बेटी तो वो आशीर्वाद है,
वो तो जन्म लेती है नसीब वालो के घर,
अपने कुल से सजाती किसी और कुल की साज,
जन्म लेती है बेटियां सिर्फ़ उनको घर द्वार,
ख़ुदा ख़ुद बसता है जिनके घर द्वार,
मिलता है सरताज़ सिर्फ़ उनको बेटियों का,
समझें जो मूल्य बेटियों का आज।।

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4 NOV 2021 AT 10:32

प्रज्वलित हो घर मे दिया,
अदम्य विश्वास का वास हो,
घर द्वार हो गणपति आपके,
अंदर माँ लक्ष्मी का वास हो,
बुराईयां सारी हटे सारे दुःख मिटे,
दरिद्रता का नाश हो,
रहे घर द्वार खुशियां आपके,
सर पर हमेशा धन कुबेर का हाथ हो,
करना रोशन उनका भी घर,
जिनके घर अंधकार का वास हो,
खुशियां जितनी भी मिले,
बांट लेना तुम साथ इस दीवाली,
हर दीवाली घर रोशन हो आपका,
ऐसा ईष्ट पित्रो का आशीर्वाद रहे।

शुभ दीपावली🙏😊

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22 AUG 2021 AT 9:52

सँजोये प्यार धागे में देखो,
बहन का दुलार आया है,
एक भाई दूर है बहन दूर है,
उस पार से उसका दुलार आया है,
कही सुनी ना रहे मेरे भाई की कलाई,
हर बहन का भाई को प्यार आया है,
कैसा अनमोल बंधन है कलाई के धागें का,
कि उम्र बढ़े कद बढ़े सलामत रहे जहान उसका,
हर बहन की जुबा से भाई को ये प्यार आया है,
ये बंधन नही है सिर्फ़ एक धागें का,
रक्षाकवच के रूप में बहन का प्यार आया है,
सलामत रहे हर बहन के भाई की कलाई,
सलामती को रक्षाबंधन का त्यौहार आया है।

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29 MAR 2021 AT 9:46

क़भी तो आ कर खेले वो होली हमारे साथ काशाना में,

तो उन्हें मालूम पड़े रंग ख़िलते कैसे हैं चेहरे पर उनके साथ!

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11 MAR 2021 AT 9:25

कैसे कह दुँ मैं.........कि मेरी हर दुआ बेअसर हो गयी,

मैं जब भी चुपके से रोया मेरे भोलेनाथ को ख़बर हो गयी।

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28 FEB 2021 AT 8:41

बड़ी बड़ी गलतियों पर माफ़ किया माँ ने,
गलतियां क्या होती है ये तब नही जाना मैंने,
इक छोटी सी गलती से मैं हाथ धो बैठा नौकरी से,
असल मे गलतियां क्या होती है ये अब जाना मैंने!
😊माँ😊

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14 FEB 2021 AT 18:57

फ़िर तोड़ देगी कुछ मोहब्बतें कुछ प्यारी कसमें प्यार की,

बस इस बात पर शादी होगी उसकी तो नौकरी सरकारी है!

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7 FEB 2021 AT 18:22

तलब नही है मुझे उम्रभर कोई भी गुलाब की तुझसे,

रहें सदा मेरे गाल ग़ुलाबी तुम कुछ ऐसा कह देना मुझसे!

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28 JAN 2021 AT 11:14

दे कर दुआ मेरे अवतरण दिवस पर,
जिन्होंने मेरा दिन बहुत ख़ास बनाया,
शुक्रगुजार हूँ मैं उन सबका जिंदगी में,
जिन्होंने मेरे जन्मदिन को ना भुलाया,
दे कर दुआओं का हसीन तौफा मुझें,
मेरी उम्र को फ़िर से बढ़ाया,
करता हूँ दिल से शुक्रिया आप सभी का,
मेरी ज़िंदगी मे होकर मेरे जन्मदिन को ख़ास बनाया।

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