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कतरा भर रौशनी की कीमत,उस अँधेरे से पुछो,
जो सालो से एक अँधेरी गुफा में कैद है,
बस इसी उम्मीद में, कि एक दिन
रौशनी उस तक ज़रूर पहुँचेगी ।-
तुमने जिस पत्थर को जेब में रखा है
उसकी अहमियत से वाकिफ़ हो...?
सिर्फ लंबे अरसे तक संभाल रखोगे इसे
ज़रा इधर संभालो अपने दिल को
काबू होकर बेकाबू जैसी हरकतें कर रहा है।
मैं पहाड़ से मिलकर आ रहा हूँ
उसने अपना दिल दिया है मुझे
कुछ टुकड़े जेब में रखते हुए भी
अपने दिल में लेकर घूम रहा हूँ उसे...!
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सुनो,
मानती हूँ कुछ काली गहरी गुफाएँ हैं तुम्हारे दिल में
उन रास्तों पर उम्मीद की लौ लिए मुझे चलने दो ना।-
कुछ गुफा के कुकुरमुत्ते तो
किसानों से ऐसे खार खाये बैठे हैं..
जैसे कोई किसान बिना पेमेंट
किये उसकी अम्मा का
बंजर खेत जोत गया हो! 🙃
#जय_जय_किसान ...-
ये जो कुछ चेहरे खामोश दिखते हैं
ये मन के सन्नाटे में रोज चीखते हैं
छप जाती है बात इनमें गहराई तक
भले ही हम मजाक में लिखते हैं
कहाँ छुपाया है तू ने खज़ाना
कोई गुफा है या तहखाना
खुलता है कैसे तेरे हृदय का ताला
जादुई मंत्र कोई या कोई तराना
चाहता हूँ मैं तेरी ओर बढ़ना
चाहता हूँ मैं खामोशी पढ़ना
उतरना है उन तहखानों में
उन पहाड़ों पर मुझे है चढ़ना
चाहे हो वहाँ बहुत अँधेरा
चाहे हो वहाँ साँपों का डेरा
उतार दूँगा मैं सारे ज़हर तेरे
बन कर आऊँगा एक सपेरा-
वह गहरी गुफाएं हैं
जिनमें गुत्थियाँ पनप जाती हैं ।
अगर खुल कर व्यक्त न हो पाए,
तो गाँठे बन टीस पहुंचाती हैं।
जया सिंह 🌺
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हैं सुखी संपन्न जग में जीवगण, फिर
काव्य की संवेदनाएँ कौन हैं?
कंदराओं में पनपती सभ्यताओं,
क्या तुम्हारी भावनायें मौन हैं?-
सबसे गहरी गुफा
मन की गुफा होती है
यह अपने भीतर अनंत
गहराइयां लिए होती है ।-