समंदर को क्या गम है
बता भी नही सकता
आंसू बनकर आंखो मे
आ भी नही सकता
तू कहे तो बह जाऊं
वरना कोई तूफान भी
मुझे हिला नही सकता
तू छोड़ गया मुझे
इसमें तेरी खता क्या
हर कोई मेरा साथ
निभा भी नही सकता......-
चलूँगा उसी राह पर जो सीधी और साफ हो!
प्यार करना सिखा है
नफरतो का
कोई ठौर नही,
बस तु ही तु है
इस दिल मे दूसरा
कोई और नही.-
कुछ पल
का साथ ही था,पर ख़ूबसूरत था...बेशक जुदा हैं अब हम
पर यक़ीन मानो ये होना शायद जरूरी ही था
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दिल और निगाह भी ना रहे इख्तियार में
पत्थर का हो गया हूँ तेरे इंतेज़ार में
चाहेंगे तुमको लोग निभायेंगे कम मगर
हमसा ना ढूंढ पाओगे तुम इस दयार में-
"मस्जिद" की मीनारें बोल रही है "मंदिर" के कंगूरों से..!!
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आओ मिलकर "देश" बचा लें मज़हब के "लंगूरों" से..!!
🤔🤔🤔-
मेरी आँखों में झाँकने से पहले,
जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर..
जो हमने पलके झुका
ली तो कयामत होगी,
और हमने नजरें मिला
ली तो मुहब्बत होगी।-
आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए,
एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,
लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।-
पलको से ये "आँखे" सवाल करती है,
वक्त बेवक्त "तुम्हे" याद करती है..
देख न ले ये आँखे...तुम्हे जब तक ,
ये हर घड़ी तुम्हारा इंतज़ार करती है"-
काश वो कैद कर ले मुझे 💞
अपने दिल की डायरी में 💞
जिसका नाम छुपा रहता है 💞
मेरी हर एक शायरी में..... 💞-
शिकवा मुझे है
गिला तुम्हें भी होगा।।
जो दर्द मैंने जिया
मिला तुम्हें भी होगा।।
यूं ही नहीं निकलते
आंसू , गैरों के लिए।।
जितना प्यार मैंने किया
किया तुमने भी होगा।।
💯💔❤️🥀-