कोई चोट एहसास देगी मुझे तेरे ना होने का,
लापरवाह में सुनता कहां हूं वक्त की।-
ज़िन्दगी अक्सर मुस्कुराने की,
वजहें तमाम देती है,
हम चुन लेते है,
उनमें से भी आंसू,
अपनी पलकों के लिए,
दर्द, अपने दिल के लिए।।
उन यादों में घिरना ही क्यूं,
जो पलकें भीगा जाए,
निराश कर जाए, मन को,
वजहें छीनने लगे जीने की।।
अंत में सब भुलाना ही,
दिखता है सबसे सही रास्ता,
लेकिन तब तक देर हो जाती है।।
लोग विरह की आग में ,
गवां देते है,अपना कीमती वक़्त,
किसी ख़ुदग़र्ज़ की राह ताकते ताकते।।-
आज जो 6 घण्टे पढ़ नही सकता।
वो सच्चा विद्यार्थी हो नही सकता।
पूरी ज़िन्दगी वो रोकर पछताएगा।
कल वो भी आगे बढ़ नही पाएगा।
12 घण्टे मेहनत वो ताउम्र करेगा।
पढ़ाई की लापरवाही ताउम्र भरेगा।
माँ बाप के अरमान व अपने सपने।
वो कभी भी पूरा कर नही सकता।
आज जो 6 घण्टे पढ़ नही सकता।
12घण्टे मज़दूरी नही कर सकता।-
Kitne parwah k sath beparwah hue the
Bas laparwahi se phir parwah kr baithe
Bade parwah k sath beparwah hue
Phir na Jane kab laparwah hogaye
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पता नही ये दिल क्या चाहता है ...
सुकू से बैठ छाव में ...धूप से इकरार चाहता है !
कैसी है ये लापरवाही ...मेरे दिल !!
हर गम से रह के परे ...तू इश्क कि इंतहा चाहता है ??
जाना नही शायद अभी ,,, तुने चाहत के उसुलो को ...
तभी तो जंग- ए -मोहब्बत में ... तू दोनो कि जीत चाहता है !!!-
मेरे प्यार का घरौंदा वो तोड़कर चला गया
समझ नही आता ये उसकी लापरवाही थी या बेवफ़ाई-
बे वजह खरच कर देते हो तुम।
जहा खरच करना है वहा तुम।
लापरवाही कर देते हो तुम।
लोग कहते है बे परवाहो तुम।
बे परवाही दिखा देते हो तुम।
बे वजह........-
Kuch khaas acha nahi hu
Ghaflat karne me,
Tumhare baare me
zaada sochne
Laga hu aaj kal,
Ab lagta hai
dheere dheere aa jaegi.
Ghaflat= Heedlessness (Laparwaahi)-
कोई कह दे इन ज़ुल्फों से
कि यूँ लापरवाही से ना उड़ा करें
क्योंकि जो अपनी उँगलियों से
इन्हें प्यार से कान के पीछे करें
वो आज कल मुझसे कहीं दूर
और किसी के बहुत करीब हो गए हैं-