जिसे रो-रो कर था माँगा,उसे हँसकर मैं खोया। मेरे सब्र का अंदाजा भी और क्या देखोगे दोस्त। -
जिसे रो-रो कर था माँगा,उसे हँसकर मैं खोया। मेरे सब्र का अंदाजा भी और क्या देखोगे दोस्त।
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मैं जिन्दा ही कहाँ जो क़त्ल की धमकियाँ दे गयी। बड़ी नादान मासूका थी फिर वो प्यार क्या करती। -
मैं जिन्दा ही कहाँ जो क़त्ल की धमकियाँ दे गयी। बड़ी नादान मासूका थी फिर वो प्यार क्या करती।
बुनियाद के पत्थर सा जो इश्क़ है मेरा। वही जज्बात के मेरे आज नींव हो गये। -
बुनियाद के पत्थर सा जो इश्क़ है मेरा। वही जज्बात के मेरे आज नींव हो गये।
अब हक़ीक़त में कम और तस्वीर में ज़्यादा मुस्कुराते हैं हम। क्यूँकि दिल टूटने से ज़्यादा ग़म यक़ीन खोने का था अनिल। -
अब हक़ीक़त में कम और तस्वीर में ज़्यादा मुस्कुराते हैं हम। क्यूँकि दिल टूटने से ज़्यादा ग़म यक़ीन खोने का था अनिल।
डाकिये ने मेरा ख़त ये कह लौटा दिया। पता तो सही था मगर लोग बदल गये। -
डाकिये ने मेरा ख़त ये कह लौटा दिया। पता तो सही था मगर लोग बदल गये।
बेबस दर्द के इलाज में शायरी लिखा करता हूँ। अधिक वेवसी में मैं कवि हकीम से मिलता हूँ। उन्हें नज़दीक रखने से तबियत भी ठीक रहती है। ग़में दर्द मिटाने के लिए ही मैं शायरी लिखता हूँ। -
बेबस दर्द के इलाज में शायरी लिखा करता हूँ। अधिक वेवसी में मैं कवि हकीम से मिलता हूँ। उन्हें नज़दीक रखने से तबियत भी ठीक रहती है। ग़में दर्द मिटाने के लिए ही मैं शायरी लिखता हूँ।
पड़ोसी भी तो हिस्सा थे कभी कच्चे घर का। पक्के मकाँ तो घर में ही पड़ोसी बना दिये। -
पड़ोसी भी तो हिस्सा थे कभी कच्चे घर का। पक्के मकाँ तो घर में ही पड़ोसी बना दिये।
दुआ के अलावा कुछ और भी न होता है मेरे पास। वही उदासी ले तन्हा ज़िन्दगी यूँ ही कटती अनिल। -
दुआ के अलावा कुछ और भी न होता है मेरे पास। वही उदासी ले तन्हा ज़िन्दगी यूँ ही कटती अनिल।
हम तो शर्मिन्दा हो गये खता के बग़ैर भी। बेक़सूर लोगो की ये मासूम अदा होती है। -
हम तो शर्मिन्दा हो गये खता के बग़ैर भी। बेक़सूर लोगो की ये मासूम अदा होती है।
गमों का सहजादा,अस्कों का अमीर बना दिया। मोहब्बत ही कमबख़्त निकली वफ़ा करते करते। मैं झुक भी जाता तो यकीनन मसला हल हो जाता। मगर मेरे वजूद से मेरे किरदार का क़त्ल हो जाता। -
गमों का सहजादा,अस्कों का अमीर बना दिया। मोहब्बत ही कमबख़्त निकली वफ़ा करते करते। मैं झुक भी जाता तो यकीनन मसला हल हो जाता। मगर मेरे वजूद से मेरे किरदार का क़त्ल हो जाता।