लाख हमारे जैसे है उनकी तारीफ करने को
उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि हम उनकी तारीफ ना करें।-
5 JUN 2020 AT 20:04
2 JAN 2020 AT 12:29
तंज और तारीफ़ में फर्क कर पाती हुँ।
बेरुख़ी तुम्हारी अब मैं समझ पाती हुँ।
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5 SEP 2020 AT 13:41
यूं तेरा झुकी सी नज़रों से देखना
सामने वाले को फ़ना कर दे,
मेरी कलम में इतनी ताकत कहाँ जो
तेरी खुबसूरती को बयां कर दे।
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15 JAN 2022 AT 22:48
जो कुछ भी हैं अपने दम पर हैं
वक्त आने दो देर नही लगेगी समझने में-
16 FEB 2020 AT 19:15
कि आज मेरी चाय भी जल गयी है
मैंने तुमसे कहा था
सामने बैठा मत करो..-
31 OCT 2020 AT 10:24
Mein khud etna acha hun ke
Kisi ko " you deserve better "
Bhi nahi keh skta .😉😅-
27 AUG 2018 AT 19:21
और क्या बयाँ हो तारीफ़-ए-जानाँ,
फ़िर कोई राख़ हुआ है, मेरी नज़्में पढ़कर..-
7 SEP 2020 AT 8:39
Kabhi ulti tarif bhi kar liya kijiye ,
Kabhi humain bhi sakun ke kuch pal de diya kijiye 😎-