मुझे जरूरत थी उसके साथ की बस
फ़ोन करके उसने दर्द और बढ़ा दिया।-
मैं बावरी हूँ
यूँ तुझसे ही उलझती, झगड़ती रहती हूँ
पर सच तो यही है कि
तुम्हारी सोच के आगे मेरी सोच शून्य हो जाती है
मैं तेरे एहसासों में भीगी हुई
बस उनकी नमी में बिखरती, संवरती रहती हूँ
यूँ तुझसे जुदा कुछ तो नहीं
तू हरपल मेरे आसपास ही मौजूद रहता है
तेरी मौजूदगी, तेरा वजूद
एहसास कराते हैं कि
मैं हूँ..❤️-
जिंदगी के किसी भी मक़ाम पर
जब किसी को
आपकी मौजूदगी खले
तो वह आपकी विफलता है।
मगर, जब किसी को
आपकी कमी खले
तो वह आपकी सफलता है।-
ये तो
उसकी मौजूदगी का एहसास है
जिसने हमें ज़िंदा रखा है,
वरना,
कम्बख़्त दिल ने तो
कब का धड़कना छोड़ दिया था।-
एक तो सुबह से ही तापमान गर्म था उसकी मौजूदगी
ने कमबख्त माहौल ही क़ातिलाना कर दिया-
नामौजूदगी में भी मौजूद होने का मतलब जानते हो ?
ताल्लुक बस खुद से है या हमें भी पहचानते हो ?
दिए दर्द तेरे कुछ खास नहीं थे, कुछ और आजमाओ ...
या अभी भी सबको वही अश्क़िया अपनापन बांटते हो ?-
इस तरह न रूह में अपनी मौजूदगी दाखिल कीजिये,
हम भी इंसान हैं, कहीं मिलकर बिछड़ न जाये
ये सोचकर ही रूह कांप जाती है!!-
मेरी मौजूदगी का उन्हें भी एहसास था,
दिल के किसी कोने में मेरा भी वास था ,
ढुढती थी वो हर पल मुझे कुछ कहने को,
पर मैं तो उसी के दिल की आवाज था।-
मिट्टी से लिपटी मेरी कब्र पर रोने आए हैं
वो सिर्फ हमारे हैं, ये हक जताने आए हैं
जिंदा थे तब मौजूदगी पर सवाल थे हम
अब जब चैन से सोए हैं तो जगाने आए हैं-
तेरी मौजूदगी का असर कुछ यूं महसूस किया हमने,
तन्हाइयों का सफर तेरी यादों के साथ तय किया हमने !-