युद्धभूमि में हार के पश्चात भी
उठ खड़े होने के मौके कई बार मिलते हैं
पर मनोभूमि में मिली हार से
कभी किसी को दूसरा मौका नहीं मिलाता-
हिम्मत-ए-जीत
चल-चले आज, हम केवल अपनी हिम्मत से
कल तो खुद-बे-खुद बदलेगा, तेरी किस्मत से
थक कर यूँ बैठ जाना, तो कोई इबादत नहीं
चलने से दूरियाँ मिटेंगी, ठहर जानें से नहीं ।।-
ये पथ नहीं आसान है
ये सत सतत संघर्ष है
जीवन नहीं आसान है
नित हार का यह अर्थ नहीं
जीवन निराधार है
कोई जरुरी तो नहीं
हर जीवन ही इतिहासकार हो
जीवन मिला संघर्ष को
डट कर बढ़ो आगे बढ़ो
मन के भ्रमों को दूर कर
निश्चय करो आगे बढ़ो ।।
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🌿दृढ़निश्चय🌿
बाहर सब समाप्त हो जाये
भीतर संकल्प जिन्दा रखे
तिनके में सहारा जो,
विपरीत प्रतिकूल ना कोई साथी ना संगी
राह ना मंजिल
टूटने की आशा तक ना बचे,
तब भी
चित्त को हठी बना
निश्चित दिशा दिखाता है,
चोर को भी महान बना दे,
ये ना हो तो साधु भी कमजोर,
हाँ ये वही है......
एकमात्र वही कारण जो लाख बुरे
दुर्योधन को भी स्वर्ग सुख भोग कराए✨🌼-
नहीं रुका बस चलता गया,
किसी बीज की तरह जमीं के भीतर पलता गया।
कोशिश जो की अंधेरों ने रोकने की,
तो चीर अंधेरों को वो, सूरज की तरह जलता गया।
ना बदल सका हवाओं ने रुख उसका,
वो तो बन तूफ़ान खुद में ही मचलता गया।
रोका जो राह, बांधों ने कभी,
तो बन बाढ़ का पानी नदियों से समुन्द्र में मिलता गया।
कई बार गिरा और कई बार संभला,
पर रख चेहरे पर मुस्कान हर बार वो,
पीतल से सोने में ढलता गया।
मिटा ना सका वक्त की कोशिश ने उसे,
वो हर बार वक्त को अपने ही अंदाज़ में बदलता गया।
नहीं रुका बस चलता गया,
किसी बीज की तरह जमीं के भीतर पलता गया।...-
दृढ़ निश्चय करो ऐ वीरों..!..
इस देश को हर मुश्किलों से बचाओगे,
नदियों की लहरों की तरह तुम आगे बढ़ते जाओगे..
ज़रूरत आ पड़ी गर तो..
तुम शीश भी कटाओगे,
बिना स्वार्थ के जब तुम..
अपना फर्ज़ निभाओगे,
अमर शहीदों के जैसे तुम..
फिर याद सभी को आओगे।S.S.-
यूँ झूठे अब न वादे करो.!
उठो, जागो, शुरूआत करो..
लक्ष्य को अपने, हासिल करो.!!-
नई राह को चुन लिया है।
रोने से कुछ हासिल न होगा,
दिल ने जो कहा, सुन लिया।
तुम बिन जीना सीख रही हूँ,
एक ख्वाब सुनहरा बुन लिया।
जीवन की राहें चाहे कठिन सही,
फूलों के संग काँटों को भी चुन लिया।
ईश्वर मेरे साथ है,हिम्मत मेरे पास है,
हर हाल में जीना है"जया"ने निश्चय कर लिया।
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न थकना है, न सिर झुकाना है
मंज़िल मिले न मिले
बस पूरी ज़िन्दगी बिना रुके चलते चले जाना है...-