QUOTES ON #तरक्की

#तरक्की quotes

Trending | Latest
10 MAY 2021 AT 11:48

कौन "मूर्ख" कहता है की हमारे देश ने तरक्की नहीं की,
या "हुकुमत" ने कुछ "महामारी" के लिए "तैयारी" नहीं की,
पिछले साल हम "मोमबत्ती, दिया, टॉर्च" जला रहे थे,
इस बार "चिताएं" जला रहे,
इस से बड़ी क्या हो सकती है "तरक्की"..!!!
:--स्तुति

-


15 JAN 2020 AT 9:16

मुझे मेरी तरक्की पर विश्वास हो गया
राम बनने से पहले ही वनवास हो गया

-


12 JUN 2019 AT 5:54

यहां उसका बेटा शहर में तरक्की कर रहा था ...
वहीं गांव में मां के घुटनों और कमर का दर्द बढ़ रहा था...

बूढ़ी मां जब झुकी कमर से पहुंची अपने बेटे के बंगलों में...
रोकना ना बुढ़िया को यहां आप, बहू ने बोला उसके लल्ले से...
यह सुनकर बूढ़ी मां के घुटनों का दर्द ठीक हो गया,
चुपचाप मुस्कुराते हुए निकल पड़ी बुढ़िया बेटे के घर से...

आधे रास्ते पहुंचकर उसने फिर मुड़कर देखा ,
बचपन की तरह पीछे उसके दौड़ रहा है बेटा उसका,
शायद उसने यही था सोचा !

कठोर कर खुद को फिर चलने लगी आगे ,
आंसू भी उसकी आंखों से निकल कर जोर से भागे...

लड़खड़ा कर कदम ने भी बीच रास्ते में गिरा दिया...
जिनकी इबादत से पाया था इतना होनहार बेटा ,
शायद उसी खुदा ने तरस खाकर उसे अपने गले से लगा लिया....

-


17 OCT 2020 AT 14:13

अपनों के दरमियाँ दीवारें पक्की हो गई।
कुछ इस क़दर इंसानों की तरक्की हो गई।।

-


2 FEB 2019 AT 22:45

कभी तवे से उतरती हुई रोटी खिलाती माँ
आज ठंडी रोटी के लिए भी इंतजार करती है,
कैसे तरक्की की है तुमने मियां!
जिसने कभी तुम्हे भूखा ना सोने दिया,
वो आज आंसू पी जी रही है!

हर फरमाइश पर नए कपड़े दिलाए जिसने,
आज बिना इस्त्री की शर्ट पहने घूम रहा है,
कैसी तरक्की की है तुमने मियां!
जिसने तुम्हे फटे कपड़े कभी ने पहनने दिए,
वो गंदे कपड़ों में जी रहा है!

बदसलूकी कर रहे हो जिनके साथ इतनी,
आज भी तुम्हारे लिए दुआ मांगते है,
शायद यही तरक्की की है तुमने मियां
की आज भी एक घर पीछे खड़ा है!

-


9 MAR 2020 AT 5:27

उनके इश्क़ की तरक्की हो गयी
जब उनकी शादी पक्की हो गयी

-


10 MAY 2021 AT 10:50

ज़िन्दगी के संघर्ष समझ नहीं आते
पर उसके मायने होते हैं,
ज़ब कभी हम अपने बीते कठिन दिनों को देखते हैँ,
उस वक़्त ही यह समझ आता हैं की उनके कारण ही हम आज यहाँ तक पहुंच सके हैं,
तब हम अपने संघर्षो को सलाम करते हैं,
चुनौतियाँ केवल तोड़ती नहीं हैं,
हमें मजबूत भी बनाती हैं...

-


17 JUL 2020 AT 12:04

मेरी 'तरक्क़ी' कर्जे में डुबी है, लगता है
कई सालों से मेरी 'मेहनत' नहीं बिकी।

-


17 MAY 2017 AT 18:12

तरक़्क़ी की चढ़ान में ओ मुसाफ़िर,

इन सीढ़ियों को भूले तो पछताओगे..

उतरना तो वैसे एक दिन सबको है,

बस ये ना रहीं तो चोट शायद ही सह पाओगे।

-


12 JUL 2019 AT 13:22

जिंदगी तेरा हिसाब गड़बड़ है
हर हाल में तुने मुझे रूलाया है
पर कैसे हार जाऊँ मैं
इन तकलीफ़ों के आगे
मेरी तरक्क़ी की आस में
माँ कब से दहलीज़ पर बैठी है..!!
#तनु #बज़्म

-