कभी हसा रही है तो कभी रूला रही है
वो मुझे अपनी यादों से भुला रही है
क्या ये काफ़ी नहीं मान जाने को ऐ दिलनशी
तेरी सहेली भी मुझे जीजाजी बुला रही है 😂😂😂
-
जो हमारे पास आप है तो हमें अब इस ज़माने से क्या काम है।
जो आप है साथ में हमारे तो सुनिए हासिल हमें हरेक मुकाम है।
हमने सोचा था कोई होगा हमारा भी अपना इस मतलबी जहां में।
खुदा ने मिलाया आपसे से, मिली हसीन सुबह, दिलकश शाम है।-
इश्क़ करने की ख्वाहिश में, बदनाम इस क़दर हुए,
जब भी उनकी गली से गुज़रे, जीजाजी-जीजाजी पुकारे गए।-
हर एक ख़ुशी से आपकी मुलाक़ात हो,
विकास संग करिश्मा का एहसास हो।
हर एक चीज़ आपके हाथ हो,
आप दोनों हमेशा साथ हो।
इन खट्टी मीठी बातों की रात हो,
साथ ही नोक-झोंक की बारात हो।
दो सालों की याद हैं,
ख़ुदा करें ये दो सौ सालों की किताब हो।
हर एक चीज़ आपके पास हो,
आपकी फ़ैमिली आपके साथ हो।
भगवान शिव का निवास हो,
आपके घर सुख-शांति का वास हो।
22 जुलाई हमेशा ख़ास हो,
इस दिन का हमेशा एहसास हो।
साथ हीं आप दोनों को हर एक से प्यार हो,
दोनों घरों की खुशियों में आपका भी एक भाग हो।
साथ ही हर एक ख़ुशी से मुलाक़ात हो,
जल्द ही आपकी फ़ैमिली में कुछ अच्छा आगाज़ हो।
-
जीजाजी के छोटकी बहिनी - 3
जीजाजी के छोटकी बहिनी
देखे में तो खूबे सुंदर ।
पाउडर खूब लगौलन एतना
लड़की सुंदर भेल छुछुन्दर ।।
नागिन नियन जुल्फी उनकर
लंबा एतना छू ले कम्मर ।
फिर भी आर्टिफिशियल जूड़ा
लगा के घूमे जात नहर पर ।।
हमरा कहलन - घूमे चलब?
हम कहलि - का मार खियैब ।
गोस्सा में उ पैर पटक के
कहलन फिर - बहुते पछतैब ।।-
तुमसे ज़्यादा अच्छी तो तुम्हारी बहने हैं दिलबर,
जो अभी से मुझको "जीजाजी" कहने लगी हैं...!-
लहजा मीठा, खुशमिजाज हमारे जीजाजी
खूब लुटाते स्नेह और दुलार हमारे जीजाजी
इनके बिना ना मन लगे दीदी का
बेरौनक सी महफिल ,शमा फीका फीका
अमन और अनम के ये प्यारे पापा
ट्रेन की रफ्तार जो जिंदगी को नापा
आज जाके स्टेशन पर गाड़ी रूकी है
रिटायरमेंट की ये सुहानी घड़ी है
छुट्टियां ही छुट्टियां अब ना कोई फिकर है
सुकून ही सुकून अब सुकून हर पहर है
मुंबई के बीच को अब करके बाय- बाय टाटा
अपने सानिध्य में भेडाघाट बुलाता
खूब खुश रहें आप, स्वस्थ जीवन ये बीते
मनोरथ हों पूरे,हर संकट से जीतें
ब्याज मिले भरपूर जो दौलत अब तक कमाई
रिटायरमेंट की जीजाजी आपको तहेदिल से बधाई
-
आंख में आंसू ,दिल में दर्द, बातों ही बातों में छोड़ गए
मेरे परम मित्र, मेरे बड़े भाई हमें क्यों अकेला छोड़ गए
पा लूं जमाने भर की खुशियां भी अगर में
अब तुम्हारे बिना हर खुशियों की रंगत फिकी ही लगेगी
पता नहीं 2020 तू क्या क्या रंग दिखाएगा, हे साल तू जल्दी से गुजर जा, नया साल आने दे
आज हमारे आदरणीय जीजा जी मुकेश जी का आकस्मिक निधन हो गया, भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें
-
अपनों का इंतजार
उस घड़ी तक
जब क्षण भर
विशेष दिवस
स्मरण बनता
याद दिलाता
गोद गोदी का
और पुकारता
महान महान
श्रेष्ठ भाई का
तुम सा कोई
नहीं!
प्रेम!
-
जीजाजी के छोटकी बहिनी - 2
दुपहरिया में खा पी के जब सुते हम चल गेली,हमरा भीरु आवित उनके सपना में हम देखली।
पहिले अंगुरी से उ हम्मर गाल ओठ के छूएलन,पाँच मिनट तक सपना में उ हमरा चुम्मा देलन।।5।।
नींद टुटल तब गेली जहाँ सब कोई बइठल हलथि,
हमरा देख के जोर जोर से सबकोई हंसे लगलथि।
हम सोचलि कि अब का होएल काहे हंसित हथि सब,
ऐनक देख के चेहरा धो ले दीदी तन कहलथि।।6।।
चेहरा देख के ऐनक में हम माथा खूब पटकली,लाल लिपस्टिक करिया काजल चेहरा बनल रंगोली।
सपना में उ चुम्मा से जे चिर आनंद मिलल हल,चेहरा रगड़ित रगड़ित हम्मर मनवा रोये लगल हल।।7।।
रोवित रोवित गोस्सा में हम कहली तब दीदी से,
अब न रहब इहाँ हम घरे चल जाएब गाड़ी से।
खाय पिये में भी मजाक तोर छोटकी ननद करs हथ,
सुतला में भी एने उने उ हमरा छुए लगs हथ।।8।।
दीदी कहलन जानहि हम खूब मजाक होवित हउ,लेकिन तू एतना बताओ कि तोरा के रोकित हउ।
तू भी कर मजाक उनका से उनका ई तू देखा दे,हमनी के भी खूब मजाक आवहे ई तू बता दे।।9।।
हनुमानजी नियन हमर तब कॉन्फिडेंस बढ़ गेलक,
हम भी ओतने बढ़ली जेतने सुरसा मुंह बढौलक।
लेकिन दुख बस एतने हे कि लड़की करे त बढ़िया,
लड़का करे त सब बोले ई आवारा मनबढिया।।10।।-