-धूमिल
-
छलक आए मेरे आंसू गर मेरे अपनों के सामने,
तो वो उसे समझने के बजाए, उसे अब मेरी
कायरता बताने लगे है।-
ख़तरे में है देश हमारा, मर रही देखो सेना है।
कलम छोड़ बन्दूक उठाओ, अब बदला हमको लेना है।
उनकी कायरता से डरकर हम कायर कहलायेंगे
अब तो हमें जवाब उनका बहादुरी से देना है।-
हर शहर का पंछी बेवफा नहीं होता
आसमान में उड़ने वाला पंछी कायर नहीं होता-
करो बंजर उस जमीं को आतंक के बीज पनपते हैं
विषैली हो जाती है हवा उस मुकाम से गुजरते हुए-
#25-06-2021 #काव्य कुसुम # प्रश्न #
==============================
ज़िंदगी में उठने वाले प्रश्नों से ही हमारी ज़िंदगी कामयाब होती है।
प्रश्नों की चुनौती से बचने की प्रवृति से ही हमारी ज़िंदगी नाकामयाब होती है।
ज़िदगी के प्रश्नों से बच कर भाग निकलने की प्रवृति कायरता की निशानी है-
प्रश्नों के यथा समय यथेष्ट समाधान से ही हमारी ज़िंदगी नायाब होती है।
============ गुड मार्निग =============-
# 16-09-2020 # काव्य कुसुम # चिंता #
*********************************
ज़िंदगी के उदास लम्हों में हम कायरता-दब्बूपन को ढोते हैं ।
बेचैनी - तनाव के बादल ज़िंदगी में ख़ुशी के दुश्मन होते हैं ।
अपनी चिंता-दुःख दर्द मिटाने के लिए नैराश्य के बादल हटाओ-
चिंता को चित्त से हटा चिता में जलाकर हम ख़ुशनुमा होते हैं ।-
~
"मंजिल" को पाने को दिन रात एक करो
अनगिनत मिलेंगे कायर, डरे लोग
उन सबको इग्नोर करो,,,,
ईश्वर पर भरोसा जितना खुद पर विश्वास रखो
फिर अपने ख्वाबों वाली जिंदगी हकीकत में जीओ....!!-
ऐ ज़िंदगी एक दिन मरना तो है ही,
बस इसीलिए हम मौत से डरते नहीं हैं...!
लेकिन एक मेहरबानी करना हम पर
कि कायरता से न मरें...!!
-
खोकर कुछ मैंने, कुछ अलग है मैंने पाया,
रोया अकेले में पर ना एक भी आँसू दिखाया,
इसे हिम्मत कहो या कहो कायरता "कुमार",
उस बेवफ़ा से ही मैंने अब तक दिल लगाया!!-