जब धूप लगे तो छांव बन जाते है पापा,
बिना सिखाये,सब कुछ सीखा जाते है मेरे पापा..
मौन रहकर भी सब बता जाते है पापा,
जब छूटने लगे उम्मीदों का साथ
तब हौसला बढ़ा जाते है मेरे पापा..
मुश्क़िल वक्त में ढाल बन जाते है पापा
जब खिलौना न हो ख़ुद खिलौना बन जाते है पापा..
जो भी कुछ आज हूँ मैं आप की वज़ह हूँ पापा,
आज डॉक्टर बन पाया हूँ आपकी मेहनत है मेरे पापा..
आप ही मेरी ताकत, मेरी पहचान है पापा,
उनके बिना मैं कुछ नहीं मेरे लिए भगवान है मेरे पापा..
हर मुश्क़िल वक्त के लिए आशीर्वाद है पापा,
इसलिए कहता हूं महान है मेरे पापा..!
धरती पर ईश्वर का दूसरा रूप है मेरे पापा..🙏
🙏Happy father's day 🙏-
हम सब की दोस्ती,
कुछ यूं क़ायम रहें,
ना हम रोये ना आप रोये,
रोये तो सब साथ होये,
आपको सुख मिले सबसे ज़्यादा,
मिले वो भी आप सब को,
जो मेरे नसीब में ना होये,
यू तो कमी नही आपकीं ज़िन्दगी में,
आपके अपनों औऱ साथी की,
पर इतनी सी इल्तज़ा हैं मेरी,
आपकीं सब की ज़िन्दगी में,
इक छोटी सी जगह मेरी भी रहे!!-
रोज पूजा करने से भी
अधिक शक्तिशाली होता है
माँ का आशिर्वाद!
इसलिए अपनी माँ को ख़ुश रखे!
उनसे आशिर्वाद लेते रहिए।-
भरोसा और आशिर्वाद ये वो दो कड़ियां है
जो हमे दिखाई तो नही देती लेकिन
नामुमकिन को मुमकिन कर जाने का हौसला दे जाती है-
"जब कोई बुजुर्ग नि:शब्द अपनी काँपती हुई उंगलिया तुम्हारे झुके हुए सिर पर फेर दे तो...........
शायद इससे बड़ा आशिर्वाद कोई नही।"-
*गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु , गुरुर देवो महेश्वरः , गुरुर साक्षात परम ब्रह्म , तस्मै श्री गुरुवेनमः*
*आजपर्यंत कळत - नकळतपणे ज्ञान देणाऱ्या सर्वांना आजच्या गुरुपौर्णिमेच्या दिवशी माझे शत शत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🌹💐💐🌹🌹*-
मेरे घर की छत औ दीवार है बुज़ुर्ग,
हां मेरे घौंसले की नींव है बुज़ुर्ग,
बाहर जाते हुए,दुआ आशीर्वाद है बुज़ुर्ग,
घर आने पर सुकूं की मुस्कान है बुज़ुर्ग,
सुबह की गीता अज़ान है बुज़ुर्ग,
बाजू पर बांधा हुआ मन्नत का धागा है बुज़ुर्ग,
निराशा में कंधे पर रखा हुआ हाथ है बुज़ुर्ग,
खुशी में मंद मुस्कान है बुज़ुर्ग,
एक मासूम सी पोपली हंसी है बुज़ुर्ग,
ज़िद्दी होते हुए भी हारा हुआ मुसाफिर है बुज़ुर्ग,
जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर पहुंचा हुआ राहगीर है बुज़ुर्ग,
हमारे प्यार, थोड़ी दुलार, कुछ सेवा के अभिलाषी हैं बुज़ुर्ग,
धरती पर ईश्वर का आशीर्वाद है बुज़ुर्ग।।
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आज मेरा
जन्म 🎂दिवस हैं
आप सभी के
आशिर्वाद का
आकांक्षि हुँ
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भक्ति जीवन को प्रभावित करती हैं
जीवन के अशुद्धियों से मुक्त करती है
हो जीवन में अगर कोई मोह भ्रम
हर तरह के विकार से स्वतंत्र करती हैं
भक्ति और भाव बनाए रखे
जीवन अपना सफल बनाए-