दिल ये नादान मेरा कुछ भी चाहता है,
प्रेमिका के साथ ऐसे होली खेलना चाहता है..❤️😅-
सोफिया होम्योपैथीक मेडिकल कॉलेज ग्वालियर
अवतरण दिवस 25 जून
काशी (वाराणसी... read more
कई... साल गुज़र... गए,
कई... राज़ खुल... गए !
कुछ अपने... पराए हो... गए,
कुछ... पराए अपने हो... गए !
तुम्हें... चाहा था... शिद्दत से,
वो... किसी गैर के हो... गए !
मैं क्या? बताऊं... गालिब
आख़िरी... अल्फाज़ भी,
आख़िर... कहीं ग़ुम... हो गए !-
प्रेम की गुफ़्तगू धरी की धरी रह गयी,
दो पल की बहस ने सब खत्म कर दिया..!-
तुम्हारें मन में उमड़ते हज़ारों सवालों का,
इक चुपचाप जवाब होना है..
अभी नयी नयी आयी हो प्रेम गली में,
मुझे तेरे साथ पुराना होना है..
तुम्हारें सुनहरे ख़्वाब का,
मुझे हकीकत होना है..
तुम्हारें चेहरे के मुस्कुराहट,
नादानियों का,
मुझे वज़ह होना है..
तुम्हारें परेशानियों के सफ़र का,
मुझे तेरा हमसफ़र होना है..!!-
काफ़िलों में ज़िन्दगी..
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कृपया कविता अनुशीर्षक में पढ़े..-
मेरे तक़दीर का कोई.. कभी किनारा ना हुआ,
बदलते रहे चेहरे पे चेहरे.. कोई हमारा ना हुआ..
है तपिस मुझमें इतनी.. कि सारा जहां जला दूं,
बस अपने ही घर में.. मुझसे उजाला ना हुआ..!
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वो जो आई थी ज़िंदगी में बहार बनकर
ख़ंजर उसी ने मारा है ख़ास बनकर,
समझती है दुनिया उसे भोली भाली
उसी ने लूटा है मुझे बदमाश बनकर,
चलाया है उसने प्रेम का जादू मुझ पर
दिल तोड़ा है उसने कहर बनकर,
टूट चुका है मेरा जिस्म से रूह का रिश्ता
हाँ ! मैं ज़िंदा तो हूँ मगर लाश बनकर..!-
खुद को इतना भी मत तड़पाया कर,
खुशियां मिले तो ले जाया कर..
जुगनू लाकर कोई नहीं देगा,
अपने चेहरे से जगमगाया कर..
जख़्म हीरा है, दर्द मोती है,
दर्द आँखों से मत बहाया कर..
काम ले कुछ हसीन लम्हों से,
बातों-बातों में मुस्कुराया कर..
कौन कहता है गले मिलने को,
कम-से-कम हाथ तो मिलाया कर..
हर कोई फ़रेबी नहीं होगा तेरे साथ
किसी का साथ मिले तो आगे बढ़ जाया कर..-
तुम्हारें कॉलेज की रंगीन लाइब्रेरी में
ना जाने कितने
इश्क़ मुकम्मल हुए..
ना जाने कितनी ही प्रेम कहानीयां
अधूरी रह गई..
तुम्हारा मेरे मेडिसिन के किताबों में
उसमें छुपे प्रेम पत्र की खुशबू
आज भी महसूस होती है..
तुम्हारे चेहरे की मुस्कुराहट का
यूं मेरा हंस के दीदार करना
सच में मेरा वो पागलपन था..
तुम्हारे बाहों में दिल के धड़कनों का संगम
मेरे बेचैन रूह को समाप्त
करते हुए तुम्हारे चुम्बन
सचमुच बहुत ही कातिलाना थे...!-