"सैरंध्री"   ("सैरंध्री")
2.0k Followers · 669 Following

read more
Joined 25 July 2018


read more
Joined 25 July 2018
20 JUL 2020 AT 15:34

We must not forget
The first step,
It reminds us the courage we have
We must not forget the downs during our ups
These can connect us with our way
We must not forget the smiles of our close ones
these can help to walk straight
we must not forget the thankfulness
This is a big reason we can smile in every situation.
we must not forget that thousands of prayers
are there for our best
we must not forget the true nature that we have.

-


2 MAY 2020 AT 22:16

परिणाई आई पायो वनवास
मनड़े ने धीर बंधाई
फिर भी अग्नि परीक्षा पाई
धोबी ने धोबिन धमकाई
रामराज्य री पीड़ बढाई
सिया ने फिर पायो वनवास
तजी राम ना टूटी आस
दो पुत्र मिले तब लव कुष पास
सिय बालमीकि आश्रम री ठास
जद लेखो लिखतो होतो राम
किस बिधि फिर भूल्यो अपणी बाम
राम चरण सौंपे जद लाल
सिय पृथ्वी में गई समाय
सबका लेखा लिख राम जी
स्वयं की ना क्यों की सुनवाई...

-


12 JAN 2020 AT 15:10

मिट्टी की कसोटी पर खरो
गाँव री नव्ज ने बांच सकै
ईसी सोच वाळो एक
जो सत्य असत्य रो भेद भांप सकै
ज्ञानी हो जो ज्ञान के कर सके दीप प्रज्वलित
आपणी गांव की माटी सूं उपज्यो एक सपूत
मोल तोल के देख भाळ के सोच समझ कै
अपणा कीमती वोट योग्य उम्मीदवार ने ही दीजो।

-


4 JUN 2019 AT 22:46

ज्यूं सरगम से परे होवे साज
किस बिधी होसी मनड़ै नै धीर
कूण मिटासी हिवड़े री पीड़
मनड़ो म्हारो घणा भारी आज
टीबा रेत को बण्यो जीवड़ो
पग जळता ज्यूं कागद जी
हिवड़े ऊपर रेत री चादर
भार उठांवां किस बिधी जी
नगर ढिंढोरो राणो पीट्यो
मीरा री उड़ती हासी जी
थे आवो अब लाज संभाळो
वृंदावन के बासी जी

-


6 APR 2019 AT 13:26

अपने कर्म से विमुखता, निष्क्रियता अंत का आगमन है
ज़ंक उसी लोहे को ख़त्म करती है जो निष्क्रिय पड़ा हो।

-


16 JAN 2019 AT 10:23

वा भी होसी पूत किसी मायड़ रो
वा भी होसी भरतार
किसी भाण रो बीरो होसी
किसी बाबो रो कांधो
म्हारी खातिर कांईं वा झेले पीड़ा?
कांईं वा मृत्यू ने वरण करे
सोचो जरा सी बार कि कांई रण में चरण धरे
थारी म्हारी ही खातिर अपणी वा जान गँवाए
जान हथेली धर पाछी वा देश रा वीर कवावे
कदे कदे वा देखे चौखट कदे कदे घर आवै
केवल अपणा री आँख्या मांईं अपणो मान वो चावै
*(म्हारे धोरां री 1,325,000 टोलियां म्हारे देस री सेवा में दिन रात )

-


10 DEC 2018 AT 9:52

सावण में भीजी आँखलड़ी
कठे बीत न जावे रातलड़ी
म्हारे मण में छे कुछ बातलड़ी
जद छणके भोर री पायलड़ी
सावण में भीजी आँखलड़ी....
जठे मोर पपीहा बोल रया
मारा मण रा भाव कचोट रया
मारा पीय बस्यो छे परदेसलड़ी
सावण में भीजी आँखलड़ी....
मैं चढ चोबारे राह तकूँ
मनड़े री बातां कीं सूं कवां
म्हाने छेड़े सा जी नणदलड़ी
ताने देवे है सासलड़ी
सावण में भीजी आँखलड़ी....

-


1 DEC 2018 AT 15:42

#मोक्ष
तुझ संग जो मोह के क्षण जुड़ गए
जीवन की राह में मोक्ष पा लिया
कुछ पल युँ मिल गए कुछ पल से जुड़कर यूँ
पल पल मिलाकर साथ एक जीवन ही पा लिया
सागर में लहरें थी बहुत ,
तूफान भी कुछ कम न थे
पहुँचे किसी मजधार तो आँखो को मूँदकर
बैठे रहे एक आस में इस पार या उस पार,
मन शांत हो भीतर गया, हम बीच उस मजधार
लहरे उठी फिर लहर पर हो कर सवार मुझसे मिलीं,स्वागत किया इस तरह कि वह मुझमें ही आकर खो गई ,मेरे मोक्ष को मैं पा गई

-


2 NOV 2018 AT 21:35

मणिहारिन ल्याई चूड़ळो
म्हे लियो हाथ भर खरीद
रुण झुण करती पहुँची हाट
थो सागे म्हारो बींद
मूँछ्याँ वाळो धोरो म्हारो
वाकी चोखी ठाठ
फूल गयो मारो काळजो
जद वा पूछी कोई बात
सुण री मारी बीन्दणी
मारी बात ने धर के ध्यान
ईसो करजो काज के ऊँचा होसी मान
के करांगा बारूद को जद होसी खुसियां साथ
दीप जलावां खुसियां रे घटे प्रदूषण साथ
म्हारो बीन्द अनोखो न्यारो
अनोखी बा री बात , हिवड़े म्हारे ठंड हुई
जद खुसियां आई साथ
🙏🙏थे सगळा भी खुसी खरीदो
बारूद ने राखो दूर
साँस भरी दीवाली होवे,खुशियाँ होवे भरपूर🙏🙏

-


19 SEP 2018 AT 19:09

हे,कृष्ण विषम परिस्थिति में रण छोड़ कर रणछोड़ कहलाना आसान है,
कभी मेरी परिस्थिति में फँसोगे तब पूछूंगी तुमसे
कि अब कहो कान्हा ,रण छोड़ दूँ ?या रण चंडिका हो जाऊँ?✒️

-


Fetching "सैरंध्री" Quotes