Rina Sahu  
1.5k Followers · 434 Following

Joined 15 June 2021


Joined 15 June 2021
29 JUL AT 23:13

देख रहे हों इन परिंदों को है कितने आज़ाद
तुम्हारी बाहों ने है मुझे जकड़ा पर मैं दिलसे हूँ आज़ाद

-


27 JUL AT 0:08

देखे हैं सूरत
ना समझे सिरत
बस लड़की जब हो खुबसूरत

-


20 JUL AT 23:20

लाज़िम है कि हर बात का जवाब दिया जाए
देखा है हमने की आपकी समझदारी तो
अक़्सर समझदारी से भी ऊपर चली जाए.
आम सी जिंदगी जीते हैं हम
क्या और कैसे कहें कि आपको
हमारी बात बिन कहे ही समझ आ जाए

-


20 JUL AT 1:15

उसने अपना ना समझा इस बात का.
एहसान मान उस ख़ुदा का
जिसने बनने ना दिया तुझे
खिलौना उस निर्दयी के हाथ का
तू मान बन सम्मान दे
अपनों के ज़ज्बात का.
आखिर तुझे रोना किस बात का?

-


18 JUL AT 0:35

हमारे बीच ना आए विरह

-


15 JUL AT 17:41

हे!भोले बाबा आपका भोलापन तो देखो
बंद आँखों ने भी माँ पार्वती के मन
के भाव को पढ़ लिया है देखो.

-


11 JUL AT 17:09

मत पाल दिल में अहम
क्युकि तेरा साथ है
मेरे लिए अहम

-


10 JUL AT 0:37

तु रहे जहां
वहां गूंज हो
खुशियों के शहनाई की.

-


8 JUL AT 0:13

यादों का वो मौसम ले आया
बाहों को हमने फैलाया
दिल मेरा भरमाया
लगा जैसे कि वो लौट आया.
फिर हमनें दिल को समझाया
जाने वाला कभी ना लौटकर आया
समझ लो एक बात
जो चला गया और फिर लौट आया
तो समझ लेना तुम्हें खोकर
वो बहुत पछताया
तेरी यादों की सावन में
उसकी आँखों ने बहुत अश्रु है बहाया
तुम्हें खोकर पछताया
तब जाकर वो तुम्हें पाने की चाहत में
फिर से तेरे दर पर आया.

-


29 JUN AT 19:18

आस्था की पराकाष्ठा का
कोई मापदंड नहीं होता
यह तो आत्मा की तृप्ति
का बस आधार है होता.

-


Fetching Rina Sahu Quotes