उन पर बीती तो पता चला
आप बीती तो पता चला-
तन्हाइ उस शहनाई की तरह होती है
जिसकी गूँज दिल में शोर की तरह बजती है
जो हमे सिवाय घुटन के कुछ नहीं देती.-
दोनों से डर लगता है
गुमराह ना हो जाऊँ
तो दिल की राहों में
और तेरे ख्यालों में
गुम ना हो जाऊँ.-
गुलाब मे छुपे काटोंकी तरह है
जो छुप कर बस
दिल में एक टीस जगाते है
जो किसी को नजर नहीं आता.
-
यादों के भंवर में फंस रहें हैं
हकीकत की डोर से खींचे जा रहे हैं
बंद आँखों से नई दुनियां सजा रहे हैं
अजनबी सी दुनिया में कदम बढ़ा रहे हैं
-
जिसका दिल करता है हर प्रयास
जिसका तुझे नहीं हो रहा है आभास
ये देखकर ही दिल हो रहा है निराश
तुम कैसे हो गये हो इतने निरस
-
ऐसा क्यूँ होता है
जो खास होता है
वो पास नहीं होता
पर हाँ अहसासों में
सासों की माला बन
बस ख्वाबों के मोती बन
चमकता रहता है. क्यूँ?-
बुने है हर छंद
दिल टूटकर बिखर जाता है
जब दिल जिसे अपना माने
वो तोहमत की स्याही से
दामन को दागदार कर
विश्वास का खून कर जाता है।
-
पीछा न छोड़ा रूढ़िवादीता के ग़म नें
रब को जज समझा मैंने
ख़ुद को ही मुजरिम
बना डाला हमनें
वक्त़ को वकील माना मैंने
क्युकि दलील दे डाला समाज ने
यही तो है कथा और व्यथा
जो रच दिया पुरुष सत्तात्मक समाज ने-