Aditya Dhanraj 14 JUN 2020 AT 14:33 यूँ जिंदगी की धूप छाँव से आगे निकल गये,हम ख्वाइशों के गाँव से आगे निकल गयेतूफाँ समझता था कि हम डूब जायेंगे,आँधियों में हम फ़िज़ाओं से आगे निकल गये। - Shabnoorkhan ✩ 16 NOV 2019 AT 21:51 हमें यों अनजाने मैं इन वादियों ने या धोधली फिज़ाओं ने - Komal Rawat 11 JAN 2019 AT 17:27 वो सर्दी की सर्द फ़िज़ा से लग रहे हैंकिसी प्रेयसी के सज़दे की शाम हो जैसेगिर रही है यूँ नशेमन पर बिजली सीउफ़्फ़,धड़कते दिल में तारों की कोई बरसात हो जैसे - Ak Aj 29 JUL 2021 AT 19:53 फ़िज़ा आती है जश्न-ए-बहार लेकर,तेरी ख्वाब लेकर, तेरी खुमार लेकर। - Komal Rawat 10 JUL 2018 AT 20:03 सारी फिज़ा महक़ जाती हैतेरे ही ख्याल भर से..तेरे शहर के लोग होशमंद होंगेऐसा लगता तो नहीं...!! - ऋषभ दीपा चोलकर 6 JUL 2017 AT 12:53 नहीं मैं वो ख़ुशबू जो हवाओ में खो जाऊँगा।मैं तो वो फ़िज़ा हूँ जो तेरा साथ निभाऊँगा। - Satvik Sharma 28 JUL 2018 AT 22:22 मत होना शाद तुम मेरे हवादिस-ऐ-इश्क़ पर इतना ,मैं जो बिखरा, मैं शहर की फ़िज़ाओं में फैल जाऊँगा ! - shivam maurya 18 AUG 2020 AT 14:50 ख़ुद से ख़ुद की जंग है, जीत जाने दो मुझे ,,एक भीनी सी खुशबू हूँ मैं,इन हवाओं में घुल जाने दो मुझे... - Mann Mishra 2 MAY 2021 AT 10:30 मौसम बदल रहा है..हवा का रुख भी कुछ अलग है..बेमानी की ख़ुश्बू सी महक रही है...ये फ़िज़ा साथ ना देगी अब सरकार... - Surbhi Jain 22 SEP 2019 AT 8:23 हवाओं में हूँ,फिज़ाओं में हूँ,मैं तो तेरे ही शहर में हूँ..बस तुझ तक जो पहुंचे, उस ख़बर में नहीं हूँ !! -