QUOTES ON #सुख

#सुख quotes

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21 APR 2019 AT 1:48

आंसू ही है जो जीवन भर हमारे साथ रहते है
दुख हो या सुख भावनाओं के रूप में बहते है
कभी सोचा न था इन आँखों से निकले
आंसू एक दिन व्यर्थ हो जाएंगे
अब तो यूँ लगने लगा है
की दिल तड़पता है
तो आंसू निकल
ही जाते है

हर दुख सह जाऊंगी पर आँसुओं को कैसे समझाऊंगी
लोग पढ़ लेते है मेरे आंसुओ से मेरा दर्द ना चाहते
हुए भी बयान कर जाते है मेरी मुहब्बत
की दास्तां जहां बहाये थे कभी
मैंने अपने बेशुमार
आंसू.....

कल तक इन आँखों से आंसू न गिरने दिया था
तुमने आज उन्ही आंसुओं से सौदा करने
चले ना जाने कहाँ से लाते हो तुम
इतनी नफरत की तुमने खून के
आंसुओं को भी पैसों में
तोल दिया...

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22 MAY 2020 AT 2:44

तुम्हारे साथ होने से
दूरियां मिट जाती है बेमौसम बरसात होने से

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1 NOV 2019 AT 17:22

"इंसान कहीं भी नहीं सुखी है,

जो सम्मुख है, उससे दुखी है,
जो विमुख है, उसमें ख़ुशी है"

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कुळदेवी, कुळ री बेटियाँ
जिणरै भाग रो अपानें मिले
हर दिन खुशियाँ बढ़ती जावे
फूल हर्ष रो, जीवन में खिले
ऐ है तो अपणी सब
अरदासां पूरी हो जावे
एक इणारी मेहर उं इज तो
मिनख सुख उं सो पावे....

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10 AUG 2023 AT 23:10

रात की आंखों से, सुबह की उम्मीद में जागते हुए देखा है।
सुख की चाहत में, इस झूठे संसार में भागते हुए देखा है।।

परम सुख की चाह।
केवल प्रभु की राह।।

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19 JUN 2019 AT 13:11

जीवन एक सफर है
जिसमे कुछ हसीन लम्हे होंगे
तो कही दुःखो की दास्तां
कभी अपने भी पराये लगेंगे
तो कभी पराये भी अपने
कभी ज़िन्दगी खूबसूरत लगेगी
तो कभी वही ज़िन्दगी बेरंगीन
उतार चढ़ाव और सुख दुख
चलते रहते है ज़िन्दगी के संग
ज़िन्दगी एक सफर है खेल नही

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21 MAY 2020 AT 21:21

याद तेरी मेरे साथ है
क्यों खुशियों को दोष दू
जब तक़दीर मेरी ही ख़राब है

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1 APR 2021 AT 20:18

असीम आनंद,
ये चंदन की भांति, खुद भी महकता है औरों को भी महकाता रहता है;
और इसे खोजना भी नहीं पड़ता ये स्वयं आकर आपको गले लगाता है।

किन्तु... असीम पीड़ा,
इसकी थाह पाना लगभग नामुमकिन ही है,
ये सघन होकर हृदय के किस कोने की मिट्टी में
बीज उपजा देती है उसका अंदाज़ा तब होता है
जब वो बीज वृक्ष रूप लेकर बरगद की तरह
अपनी जड़ें गहरी जमा चुका होता है और तब
जिसे उखाड़ फेंकना संभव नहीं जान पड़ता ;
ऊपरी तौर पर कटाई चाहे होती रहे
कि किसी को वो ना दिखे लेकिन
गहरी जड़े फिर-फिर उगकर
हृदय स्थल की मृदा को भोथरा बना देती है,
अनेक छोटे-छोटे दुःख, उदासियां अमरबेल की तरह लिपटती जाती हैं उस वृक्ष पर
और फिर एक दिन सब खोखला हो जाता है!!!

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21 MAY 2020 AT 21:46

मेरे दर्द को तू महसूस करे, सुख हो मेरा बस इतना हो
मुझे हर गम में महफ़ूज करे, सुख हो मेरा बस इतना हो

हो जन्म मेरा यहाँ फिर से अगर, तेरे साथ जियूं तेरे साथ मरूं
ये दुआ खुदा तक जा पहुँचे, एहसास मेरा बस इतना हो

चढ़ता सूरज डूबता सूरज, एहसास की बस पहनाई में
तेरे ख़्वाब तले मेरे ख़्वाब पले, तेरे प्यार की बस परछाई में

चाहे दूर रहूं चाहे पास रहूं, बस तेरी सदायें सून लू मैं
वो मंजिल जिसमें बस तू हो, उस राह को जा के चुन लू मैं

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22 JUN 2020 AT 8:29

व्यक्ति अपनी मौजूदा स्थिति से अधिक होने की चाह रखता है,
यही सोच कर वह सुख-सुविधाओं का सामान इकट्ठा करता है।
यदि व्यक्ति की खुशी इसमें हैं तो मन खुशी का स्त्रोत हो सकता था लेकिन व्यक्ति का मन फिर भी क्यों दुखी रहता है? तनाव, चिंता,डिप्रेशन सारा दिन सहता है...
क्योंकि हमारी भीतरी स्थिति अच्छी नहीं है खुशी कोई मायने नहीं रखती है,
समृद्धि का है यह कहना, कोशिश करो हर हाल में खुश रहना।

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