ना बनाओ मुझे भगवान्
मैं शैतान ही ठीक हूं |
क्या करोगे जान कर उसका मेरा रिश्ता ,
हूं मैं इंसान
मैं इंसान ही ठीक हूं |-
ये तेरा कैसा संसार हैं,
जहाँ,
शैतान से ज्यादा इंसान-इंसान से डरता है
"भगवान "
🙂🙏🙂
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नफ़रत की आग में 'अपनो' से ही कितना लाचार हूँ ।
शैतानों के इस शहर में मैं मोहब्बत का दुकानदार हूँ ।
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मरने वाले होंगे तेरे हुस्न पर लाखों शरीफ ,
तेरी सादगी पर मरने वाला पहला शैतान हूँ ।-
चलो हम दोनों ही बच्चे बन जाते हैं
फ़िर से 'बेपरवाह', 'बेग़ैरत', 'बेज़बान' हो जाते हैं;
तुम मुझसे ना लड़ो, मैं तुमसे ना लडूँ
चलो हम दोनों ही 'बेगुनाह' हो जाते हैं;
मैं तुम्हे देखकर खिल जाऊँ
तुम मुझे देख कर शरमा जाओ
चलो हम दोनों ही 'बेसब्र' हो जाते हैं;
मैं तुम्हें छूकर मचल जाऊँ
तुम मुझे छूकर सिहर जाओ
चलो हम दोनों ही 'बेशर्म' हो जाते हैं;
तुम मुझसे मिलने की ज़िद्द करो
मैं तुम्हें देखने को आसमाँ उठा लूँ
चलो हम दोनों ही 'बेफ़िक्र' हो जाते हैं;
तुम बस मुझसे खेलती रहो
मैं बस तुमसे खेलता रहूँ
चलो हम दोनों ही 'बेक़रार' हो जाते हैं;
तुम भोली हो जाओ, मैं शैतान हो जाता हूँ
चलो हम दोनों ही बेनज़ीर, बेचैन, बेख़बर हो जाते हैं
- साकेत गर्ग-
👰🏼तुम जैसे कोई सेलिब्रिटी, 🙋🏻♂️मैं सबसे हूं अनजान प्रिये...😌
😘तुम स्वप्न सुंदरी अप्सरा हो, 🤗मैं कुरूप और शैतान प्रिये...🤭-
कहने को तो वो प्यार से अंजान है
मगर कहता हर किसी को जान है
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अपने ही दु:ख का यहां इल्म नही मुझे
वहाँ लोग कहते हैं तू बड़ा परेशान है
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उदास रहो तो भी सब वजाह पूछते हैं
मगर हसी देख चहरे पे सब हैरान है
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अपने ही रफीक पे शक है तुम्हे मियां
जरुर सर पे वैठा हुआ कोई शैतान है
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तेज हुई जाती है पल में ही भूख पेट की
लगता आने वाला घर कोई मेहमान है
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यहां मज़हबों के नाम पे लड़ रहा हर कोई
सियासत ने बना डाला कैसा हिंदुस्तान है-
कोई शैतान भी नहीं करता होगा,
जिस तरह इंसान को इंसान परेशान करता है।-
शैतान की फ़ितरत को हूबहू खेंचता हूं
मुखौटा पहन मज़हब का,लहू बेंचता हूं।।-
मुझे ना जगाओ, मैं इस दुनिया में तूफान मचा दूंगा,
मैं वो शैतान हूं जो हर इंसान को भगवान बना दूंगा।-