आती - जाती रहती हैं आवाज़ें हर वक़्त,
और वर्चस्व सन्नाटे का ख़त्म नहीं होता।-
सुनो ...
मैंने अपने वक़्त की
एक पतंग बनाई है ...
..
अपने बातों के माँझे से
काट सकते हो क्या इसे .. तुम!
©LightSoul-
जो कभी एकांत से डरता था,
आज उसे तन्हाइयों से प्यार है ।।
जो कभी खिलखिला कर हँसता था,
आज उसे खुद की तलाश है...-
बुरा वक़्त और कठिनाई एक महान गुरु है
और चुनौती हमारा सबसे बड़ा शुभचिंतक-
वो वक़्त गुजर गया,
जो हमें मिलाने की
कोशिश करता था...
अब ऐसा वक़्त आया है,
जो हमें अलग करने की
साजिशें रच रहा है...-
ये वक़्त भी गुज़र जाएगा,
ये दिन भी ढल जाएगा,
और ये मौसम भी बदल जाएगा,
नहीं बदलेगा तो ये दिल
जो सिर्फ तुम्हारे लिए धड़कता है।-
जो हमें खुद की नजरों से परखने मे लगे है न,
उनके लिए,
तुम्हें वक़्त लगेगा हमें समझने मे,
और हमारे पास ज़रा भी बेफिजूल वक़्त नहीं तुम्हें देने को।
तुम्हें जो सोचना हैं सोचो मेरे बारे में, कोई फर्क नहीं पड़ता,
आज बता रहे है, फ़िर ना आएंगे बताने को। 🙂
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पाँव पत्तों पर धीरे से रखते हुए
वक़्त गुज़र रहा है ठहरते हुए !!-
उसे देने के लिए मेरे पास कुछ भी नहीं था |
पर मैं जानता था कि वो मुझसे क्या चाहती थी ,
चेहरे पर मासूमियत
आंखों में प्यार
होठों पर मुस्कान
और थोड़ा सा मुझसे मेरा वक़्त चाहती थी|
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आँखो में समन्दर लिए किनारे कि तलाश में हूँ,
वक्त को वक्त देकर, वक्त पाने कि आस में हूँ।-