कुछ लम्हें ऐसे होते हैं, जो जिंदगी भर सुकुन दे जातें हैं,
और कुछ लम्हें ऐसे होते हैं जो जिंदगी भर का सुकुन छीन जातें हैं!-
खुदकुशी कर रहे है हर पल लम्हें इंतजार के,
मेहमां महबूब आने को है दिल के दरबार में।-
गमगीन और खुशमिजाज लम्हों को
समेट अपनी झोली में,
लो आ गया फिर वहीं तारीख
यादों भरी एक डोली में ।।
//तनहाइयाँ
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वो आसमा ये जमीन सब फरेब है दोस्तों
जी भर के जियो जिंदगी के हर लम्हें को
शायद ये लम्हें ही तो जन्नत है दोस्तों.....
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लमहो मे लम्हें, ये लम्हो मे क्या था
ये लम्हें भी गुजरे, जिन लम्हो मे समा था
वो लम्हें भी गुजरे, जिन लम्हो मे ना था ।
पर लम्हो की हक़ीक़त, सिर्फ लम्हा ही सुनाए
जो लम्हें नहीं तो, क्यूँ कोई याद आये ।
लम्हें ही हैं, लम्हो से ही है
मेरी कहानी, सिर्फ लम्हो मे ही है।
जब कोई बुलाये, तो लम्हा ही सुनाए
सुन लूँ मैं जो, यह लम्हा ही गुनगुनाये।
लम्हें ही रहँगे, लम्हो मे सबके
जो फीसले ये लम्हें, लम्हो मे दबके।
क्या उन लम्हो मे थे, जिन लम्हो मे हम
होते अगर, तो लम्हा भी होता, और उन लम्हो मे तुम।
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मिलता है कौन यहां
लम्हें बीत जाने के बाद
बेसबब ही कभी
आँखो को बोलने दो
ना करो तुम
होंठो से बात-
बैठकर साथ कभी हम-तुम चाय पिया करते थे
देख पुरानी तस्वीरें अब वो लम्हें जिया करते हैं-
तु किसी के मोहब्बत की दीवार ना बनना,
किसी की कहानी की हीर ना बन पाओ ना सही
पर किसी और के कहानी की पुर्नविराम ना बनना ।
वो लम्हे वो सुकून उन्हें कहीं और भी मिल जाएंगी
बस, तू उनकी आखिरी तलाश ना बनना ।
तु किसी के मोहब्बत की दीवार ना बनना ।।-
बातें न हो तो कोई गम नहीं
मुलाकातें न हो तो कोई गम नहीं
अब साथ ये जुड़े या युहीं रहें फांसले
बस सांस जहां ये टूटे, तू हो वहीं कहीं-