इस स्वार्थी दुनिया में शायद मैं अनोखी हूँ
दौलत शोहरत से ज़्यादा मैं प्रेम की भूखी हूँ-
☑️ By profession: Income Tax Official
☑️ By passion :🔺writter
... read more
आपका आसानी से उपलब्ध हो जाना
इस दुनिया को आपकी अहमियत का अंदाजा नहीं होने देता-
क्या मतलब कि “उसकी” तुम्हें कितनी “चाह” है
“उसे” पाने के लिए तुम्हारा प्रयास जरूरी है
[उसकी= मंजिल]-
आपके विचार बता देते है आपकी प्राथमिकताएं
कह देने भर से कोई “जरूरी” नहीं हो जाता-
आपके मरने से फ़र्क़ आपके बेटे पर पड़ता है,
बेटी पर पड़ता है, पत्नी पर पड़ता है, घरवालों पर पड़ता है
समाज पर नहीं !
तो आप अपना जीवन अपने “अपनों” के लिए जियें
समाज के बंधनों और दबाव में नहीं
आपको कांधा आपके “अपने” ही देंगे
और समाज पीछे तमाशा बना खड़ा रहेगा-
क्या मतलब बाहर लाखों लोग ख़ुश हैं
जब घर के चार रिश्ते तुमसे तंग होकर बैठें हैं-
जब किसी की हर बात को नकारा जाए
उसकी हर इच्छा को मारा जाए
वहाँ आप शारीरिक और मानसिक रूप से तो रह सकते हैं
परंतु दिल से नहीं
और ये चीजें लगातार होती रहें
तब आप यकीनन हृदय और मन दोनों से उदासीन हो हाते हो
और ऐसे में उस इंसान का आपसे बदले में
प्यार और ख़ुशी की उम्मीद रखना बेवक़ूफ़ी है-
मैंने कुछ और सोचा
वो कुछ और निकली,
मैं चंद लम्हों को समझ बैठी जिंदगी
मगर ज़िंदगी तो एक दौर निकली-