हिम्मत मेरी अब टूट रही है
मेरी किस्मत मुझसे रूठ रहीं है
ख्वाहिशें सब छूट रहीं है
सपनों की दुनियां लग झूट रहीं है
रंग बेरंग से लगते है अब
अंखिया मेरी मूँद रही है
जाने क्यों सब अंजान सा है
ज़िन्दगी जैसे घुट रही है
टिक टिक घड़िया खुट रही है
जैसे सादिया पिछे छूट रहीं है
हिम्मत मेरी अब टूट रही है
मेरी किस्मत मुझसे रूठ रही है।
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12 NOV 2018 AT 16:59
4 JUN 2020 AT 10:36
रूठ जाती है "साहिबा" मेरी जरा सी अचूक पर ,
खामोशी बताती है उसकी कितना प्रेम है मुझसे।-
2 APR 2019 AT 22:17
रूठ बैठी है मेरी खामोशी आज मुझसे,
कहा मुस्कुराओ, मुझे भी कुछ आराम चाहिए !-
25 MAR 2018 AT 18:09
आ तुझको चाहूँ मै टूट के,
जाना ना कभी मुझसे तू रूठ के...
तेरे बिना कुछ भी मेरा नहीं,
हूँ मैं बस एक तेरे ही वजूद से...-
9 MAR 2020 AT 19:22
अनजान अनजाने डगर वो लूट मुझ को चल दिया,
जब तक पता चलता मुझे झट कूद के वो चल दिया,
चुपचाप चलती रह गई मैं रूठ कर वो चल दिया,
नज़रें नशीली से कलेज़ा भेद कर जो चल दिया !
#अशोककुमारकौशिकशोक 09/03/20, 1607-
10 MAR 2020 AT 15:54
कुछ इस तरह खूबसूरत रिश्ते टूट जाया करते हैं
दिल भर जाता है तो लोग रूठ जाया करते हैं-
3 NOV 2019 AT 3:02
''तुम रूठ कर क्या गए हमारे शहर से
लहरों ने किनारों पर आना छोड़ दिया''-