QUOTES ON #युवा

#युवा quotes

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17 SEP 2020 AT 20:06

एक छोटी-सी नौकरी का तलबगार हूँ मैं
तुमसे कुछ और जो माँगूँ तो गुनहगार हूँ मैं
एक-सौ-आँठवीं अर्ज़ी मेरे अरमानों की
कर लो मंज़ूर कि बेकारी से बेज़ार हूँ मैं
मैं कलेक्टर न बनूँ और न बनूँगा अफ़सर
अपना बाबू ही बना लो मुझे बेकार हूँ मैं
मैंने कुछ घास नहीं काटी, किया BA पास
हो समझदार, समझ लो कि समझदार हूँ मैं

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7 AUG 2019 AT 9:57

हमारे रोने के बहाने से मां
अपने सारे काम छोड़ देती है
लेकिन हम अपने काम के बहाने से
मां को रोता हुआ छोड़ देते हैं

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12 JAN 2019 AT 3:38

हिम्मत-ए-जीत

चल-चले आज, हम केवल अपनी हिम्मत से
कल तो खुद-बे-खुद बदलेगा, तेरी किस्मत से

थक कर यूँ बैठ जाना, तो कोई इबादत नहीं
चलने से दूरियाँ मिटेंगी, ठहर जानें से नहीं ।।

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2 MAY 2021 AT 9:45

"युवा काल" की आशा "पुआल" की "आग" है,
जिसके "जलने" और "बुझने" में देर नहीं लगती..!!!
:--किताब सेवासदन
(प्रेमचंद)

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21 FEB 2021 AT 22:01

तुम्हारी नियत सही होती तो
नीतियों में असर दिखता•••••••••••••••••
कभी सिस्टम की गड़बड़ी
कभी हमे आपस मे उलझाना
थक गया है युवा तुम्हारे झूठ से
देख लेते गर हमारी संघर्ष को
आज युवा शर्मशार ना होता••••••••••••••
वक़्त बर्बाद ना करो ठेकेदारों तुम बैठ कर
लटक ना जाये कोई युवा रिजल्ट तक•••••••
कभी जो रौनक थे महफ़िल के
वो आज माँ से भी नही मिलता •••••••••••
तुम खुद को आगे तो लेके चले गए
पर हमें कहीं दूर पीछे छोड़ गए••••••••••••
कभी महंगाई ने मारा तो अपनो ने
तुम्हारे झूठ से हमारा घर नही चलता•••••••
किसे किसे मैं अपना वक़्त दु
चलो दे भी दिया मगर कब तलक
दोस्त छूट गए घर छूट गया और वो भी•••••
नीतियों के मारे है युवा हिम्मत न हारेंगे
मगर उनका क्या जिन्हें नियत ने मारा है••••
बेरोजगारों है हम हमे कुछ ना चाहिये
बस समय पर हमारी एग्जाम लीजिये•••••••
--------------- Danish(ppt)








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17 SEP 2020 AT 20:18

कुर्सी के चारों पैर रहे सलामत
सो लोकतंत्र का पैर मोड़ दिया
सरोवर का पानी बेचकर तुमने
खिला कमल आज मरोड़ दिया
जिन हाथो ने बटन दबाया था
उन हाथो का साथ छोड़ दिया
सबका साथ सबका विकास के पीछे
सबका घर सबका सपना तोड़ दिया

#NationalUnemploymentDay

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1 OCT 2020 AT 19:30

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19 FEB 2021 AT 20:55

(( बातों के राजकुंवर ))

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22 JUN 2020 AT 5:39

लोग अक्सर मुश्किलों से मुंह मोड़ जाते हैं,
ख्वाहिशों की मंज़िल को भी तोड़ जाते हैं,
यह परीक्षा की घड़ी है,युवाओं!संभल जाओ;
मेहनत से नाम सुनहरे पन्नों में जोड़ जाते हैं।

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11 FEB 2020 AT 17:49

आज बेरोजगारी के आलम में भरा मैदान देखा है।
लग के लाइनों में सुबह को शाम देखा है।
फिर भी जॉब न मिली भैया ये देश का हाल देखा है
एक पीछे हजार ऐसा बेरोजगारी का बँटाधर देखा है।

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